कुंती बाई (45) पत्नी देव सिंह अपनी बहू फूलबति (30) पत्नी दिलीप नेताम सुबह घर से तेंदूपत्ता तोडऩे के लिए जंगल में जा रहे थे। रास्ते में ही तीन भालुओं ने उनपर हमला बोल दिया। भालुओं को देख महिलाओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया। महिलाओं के साथ जा रहे पालतू कुत्ता भालुओं को देखकर भौंकने लगा। शोर सुनकर अगल-बगल तेंदूपत्ता तोड़ रहे ग्रामीण इकट्ठा होकर हल्ला करने लगे। इतनी देर में दो भालुओं ने दोनों महिलाओं पर टूट पड़े और जगह-जगह हाथ पैरों को नोच दिया गया।
महिलाओं की आवाज सुनकर लोगों ने हल्ला किया तो भालू भाग गए। दोनों महिलाओं को कई जगह नोंच दिया। इस घटना में कुंती बाई गंभीर रूप से घायल हो गई। बाद में स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ केंद्र बासनवाही ले जाया गया, जहां कर्मियों ने यह कहते हुए इलाज करने से मना कर दिया कि वन विभाग की कार्यवाही से पूर्व इलाज नहीं हो सकता है।
बात में गंभीर अवस्था में उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिला अस्पताल में दोनों का इलाज चल रहा है जहां कुंती की हालत गंभीर बनी हुई है। इस बाबत पूछे जाने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी ने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि अभी आपही के माध्यम से इसकी जानकारी मुझे हो रही है।