डॉक्टर सुशील गुप्ता ने तत्काल एक पुरुष स्वास्थ्य वर्कर बृजभूषण साहू और महिला स्वास्थ्य वर्कर संगीत नेताम की ड्यूटी गांव में लगा दी। टीम ने प्रत्येक घर में जाकर जांच किया पर किसी के घर उल्टी दस्त के मरीज नहीं मिले।
डॉ. सुशील गुप्ता ने बताया एक दिन पहले बच्ची को दस्त की शिकायत थी। अस्पताल में इलाज करवाना था पर बच्ची के परिजनों ने ड्रेसर छबिलाल नेताम के पास लेकर चले गए। बच्ची की मौत हो गई है। यह गंभीर मामला है। इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वैसे ऐसी हालत में झोला छाप से इलाज नहीं करवाना चाहिए।