scriptइस ग्रामीण बैंक में हुआ एक और खुलासा, जमा पर्ची में अंक बढ़ाकर पार किए लाखों | expose lakh rs in rural band in kanker | Patrika News
कांकेर

इस ग्रामीण बैंक में हुआ एक और खुलासा, जमा पर्ची में अंक बढ़ाकर पार किए लाखों

आखिर बैंक में जमा पर्ची के दूसरे भाग पर आगे दो-दो अंक बढ़ाकर लाखों पार करने वाले जिम्मेदारों को विभाग कब तक बचाते रहेगा।

कांकेरFeb 14, 2018 / 03:31 pm

चंदू निर्मलकर

CG News

ग्रामीण बैंक

कांकेर. खल्लारी में 33 हजार पौध रोपण में मजदूरों के नाम पर लाखों की गड़बड़ी में परत पर परत खुलासे होते जा रहे हैं। सरोना के ग्रामीण बैंक में भी मजदूरों के नाम पर जमा पर्ची में सौ-दौ सौ रुपए भेजकर हजारों रुपए का गोलमाल किया जाना बताया जा रहा है। आखिर बैंक में जमा पर्ची के दूसरे भाग पर आगे दो-दो अंक बढ़ाकर लाखों पार करने वाले जिम्मेदारों को विभाग कब तक बचाते रहेगा। जबकि पर्ची पर एक ही व्यक्ति द्वारा लिखा जाना प्रमाणित कर रहा है। बैंक की ओर से वन विभाग के जिम्मेदारों को जवाब भी काफी दिनों पहले मिल चुका है।
इसी तरह से सरोना के कियोस्क शाखा में भी मजदूरों के नाम पर जमा पर्ची में २६ हजार, ३३ हजार और ३४ हजार रुपए अंकितकर विभाग के जिम्मेदारों ने लाखों पार कर दिया है। इस शाखा में क्षमता से अधिक राशि जमा दिखाया जा रहा है। ऐसे में यह सवाल खड़ा हो रहा कि आखिर यह फर्जीवाड़ा कैसे हुआ। लाखों रुपए मजदूरों के नाम पर डकारने वाले शाखा से लेकर मुख्यालय तक तार जुड़े होना बताया जा रहा है। अब जांच के नाम पर देर कर जिम्मेदारों को बचाने के लिए वन विभाग के अफसर लगे हुए हैं। हालांकि एक व्यक्ति को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलें हैं। दोनों शाखा की ओर से वन विभाग को लिखित में जवाब देने के तीन माह बाद भी जांच की प्रक्रिया को विभाग के जिम्मेदारों ने पूरा नहीं किया।

आखिर मजदूरों का सरनेम भी पर्ची पर नहीं
बैंक में जिन किसानों के नाम पर पैसा जमा किया जाना दिखाया जा रहा उस पर्ची में सरनेम नहीं लिखा गया है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा कि बैंक में पूरा नाम होने के बाद भी पर्ची पर आधा नाम लिखिना अपने आप में गड़बड़ी को प्रमाणित कर रहा है। विभाग के जिम्मेदार अपने मातहतों को बचाने के लिए जांच प्रक्रिया में देर कर रहें ताकि दस्तावेज से लगे बाउचरों में खेल कर सकें। जबकि इस दस्तावेज की फोटो कॉपी और जिम्मेदारों के हस्ताक्षर के साथ उपलब्ध हो चुकी है।

बोर खनन में भी किया गया झोल
खल्लारी में वन विभाग के जिम्मेदारों ने जहां पौधरोपण किया है, वहां के पौधों को सिंचित करने के लिए बोर खनन कराया गया है। जबकि यहां तक न तो बिजली के वायर पहुंचे हैं न ही किसी प्रकार का पम्प लगाया गया है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा कि आखिर इस बोर से पानी कैसे निकलेगा। बोर खनन में भी झोल सामने आ रहा है। बिजली का संसाधन नहीं तो बोर क्यों कराए। बोर के मानक में गड़बड़ी होना बताया जा रहा है।

Home / Kanker / इस ग्रामीण बैंक में हुआ एक और खुलासा, जमा पर्ची में अंक बढ़ाकर पार किए लाखों

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो