आखिर मजदूरों का सरनेम भी पर्ची पर नहीं
बैंक में जिन किसानों के नाम पर पैसा जमा किया जाना दिखाया जा रहा उस पर्ची में सरनेम नहीं लिखा गया है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा कि बैंक में पूरा नाम होने के बाद भी पर्ची पर आधा नाम लिखिना अपने आप में गड़बड़ी को प्रमाणित कर रहा है। विभाग के जिम्मेदार अपने मातहतों को बचाने के लिए जांच प्रक्रिया में देर कर रहें ताकि दस्तावेज से लगे बाउचरों में खेल कर सकें। जबकि इस दस्तावेज की फोटो कॉपी और जिम्मेदारों के हस्ताक्षर के साथ उपलब्ध हो चुकी है।
बोर खनन में भी किया गया झोल
खल्लारी में वन विभाग के जिम्मेदारों ने जहां पौधरोपण किया है, वहां के पौधों को सिंचित करने के लिए बोर खनन कराया गया है। जबकि यहां तक न तो बिजली के वायर पहुंचे हैं न ही किसी प्रकार का पम्प लगाया गया है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा कि आखिर इस बोर से पानी कैसे निकलेगा। बोर खनन में भी झोल सामने आ रहा है। बिजली का संसाधन नहीं तो बोर क्यों कराए। बोर के मानक में गड़बड़ी होना बताया जा रहा है।