यह रैली गांधी उद्यान से मस्जिद चौक, ऊपर नीचे रोड और सेन चौक होते हुए पुन: गांधी उद्यान के पास समाप्त हुई। रैली में नगर के वरिष्ठ नागरिकों के साथ सामाजिक और अन्य संगठन के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। जल जागरुकता रैली में राजापारा के पार्षद को छोड़ नगर के 20 वार्डों के एक भी पार्षद शामिल नहीं हुए। जबकि अभी हाल ही में विधायक शिशुपाल शोरी के साथ तालाबों के निरीक्षण में पालिका अध्यक्ष और कई पार्षद जल संकट दूर करने सलाह दे रहे थे।
बहरहाल जो भी जन सरोकार अभियान में पालिका के निर्वाचित पार्षदों की दूरी बनाना निष्क्रियता को दर्शा रहा है। नगर में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हो और जिम्मेदार प्रतिनिधियों की ओर से सहयोग नहीं करना बड़ा सवाल खड़ा दिया गया। यानी जनता ने जिन्हें नगर के विकास के लिए चुना था वही जनप्रतिनिधि लोगों से दूरी बनाने में लगे हैं।