ग्रामीणों ने दो दिन पूर्व पझरापाली प्राथमिक, मिडिल स्कूल एवं जटाकन्हार के प्राथमिक स्कूल में ताला जड़ दिया है। यहीं नहीं ग्रामीणों ने प्रधानपाठकों को एसडीएम के नाम ज्ञापन भी सौंपा है। शिक्षा के लोक व्यापीकरण की दिशा में केंद्र और राज्य सरकार के समन्वित प्रयास से बने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत हर 5 किमी की परिधि में हाईस्कूल खोलने की योजना है, लेकिन पझरापाली के 10 किमी परिधि में कोई हाईस्कूल नहीं है। ग्रामीण लंबे अरसे से हाईस्कूल खोलने की मांग कर रहे हैं। मांग पर कोई विचार नहीं किया गया तो, आखिरी हथियार के रूप में शाला बहिष्कार कर बात मनवाने के लिए एकजुट हो गए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि आसपास एक भी हाई स्कूल नहीं है। इसके चलते विद्यार्थियों को 10 किमी से अधिक दूरी तय कर तोषगांव के निजी स्कूल में जाना पड़ता है, लेकिन बालिकाएं आठवीं कक्षा के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं। विगत 10 वर्षों से हाईस्कूल खोलने की मांग की जा रही है, लेकिन उनकी मांग को दरकिनार कर दिया जा रहा है। 18 जनवरी को विधायक किस्मतलाल नंद ने भी स्कूल शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर हाईस्कूल उन्नयन करने के लिए बजट में शामिल करने का आग्रह किया है।
आधे दर्जन गांव को मिलेगा लाभ
ग्रामीण प्रभूलाल ओगरे, रामलाल निराला, युधिष्ठिर यादव, मीरा सिंह, उत्तम भोई, पवित्र गड़तिया, श्यामलाल चौहान, मोतीलाल डड़सेना ने बताया कि यहां हाईस्कूल खोले जाने से 6 गांव को लाभ मिलेगा। इसमें पझरापाली, भालूकोना, राजाडीह, पलसापाली, बेलडीह, जटाकन्हार, बेलडीह पठार में पढऩे वाले प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल के बच्चों को कक्षा नौवीं की पढ़ाई के लिए सुविधा होगी। सभी गांव की दूरी अधिकतम 3 किलोमीटर है।
तालाबंदी से बीईओ ने किया इनकार
इस संबंध में बीईओ यूडी दीवान से पूछे जाने पर बताया कि तालाबंदी नहीं हुई है। अभिभावक इस स्कूल में जरूर पहुंचे थे, जिसकी सूचना मुझे मिली है। मध्यान्ह भोजन संचालित है। स्कूल बंद होने की सूचना उनको नहीं मिली है। उन्होंने प्रधानपाठक को समय पर स्कूल खोलने के निर्देश दिए हैं। वैसे भी पझरापाली में हाईस्कूल प्रारंभ करने का प्रस्ताव उनके यहां से भेज दिया गया है। स्कूल प्रारंभ करना शासन स्तर का निर्णय है।