पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र में अचानक 8 बच्चे गायब होने लगे। बच्चों के अचानक गायब होने के गांव में हड़कंप मच गया। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने तत्काल जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक घर में कुछ नाबालिगों को बंधक बनाया गया है। सूचना के आधार पर कोयलीबेड़ा पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के लिए जाल फैलाया लेकिन इससे पहले मुख्य आरोपी अनिमेश चौधरी और संजय मंडल फरार हो गए।
जबकि अनिमेश चौधरी का भाई मिथुन पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस के गिरफ्त में आने के बाद बताया बच्चों और युवाओं को मानव तस्करी रैकेट से जुड़े पखांजूर पीवी 113 निवासी युवक अनिमेश चौधरी और संजय हालदार द्वारा उक्त मकान में लाया गया था।यहां से बच्चों को दूसरे राज्य भेजने की तैयारी चल रही थी।
पुलिस ने खंडहर घर में बंद बच्चों को तत्काल मुक्त करा लिया। बताया जा रहा कि अंचल के गांवों में नाबालिग बच्चों की मानव तस्करी की जाती है। भोले-भाले आदिवासी परिवार की नाबालिग बच्चियों को बाहर भेजा जाता है। इससे पहले क्षेत्र से गायब नाबालिग बच्चों का अभी तक सुराग नहीं मिला है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भादंवि की धारा 363, 374, 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
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