पुलिस को बीती रात मुखबिर से सूचना मिली कि ट्रक क्रमांक यूपी 63-टी 0642 से बड़ी मात्रा में गांजा की तस्करी की जा रही है। गांजा की तस्करी ओडिशा से इलाहाबाद के लिए हो रही है। उक्त सूचना के आधार पर कोतवाली पुलिस अलर्ट हो गई।
ट्रक जैसे ही नगर के अंदर प्रवेश किया वैसे पुलिस पीछे लग गई। पुलिस टीम पुराना कम्युनिटी हाल काली मंदिर के पास नाकेबंदी कर ट्रक रोककर आरोपी हरिशंकर पटेल (41) पिता चंन्द्रमा प्रसाद निवासी ग्राम बिकापुर वाराणसी उत्तर प्रदेश और लाल प्रताप पटेल (40) पिता नंदलाल ग्राम पचौरा वाराणसी उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने खाली ट्रक की तलाशी ली तो कुछ देर के लिए सोच में पड़ गई, आखिर इसमें गांजा की तस्करी कैसे होगी।
पुलिस टीम केबिन एवं ढाला को चेक किया तो पहले कुछ नहीं मिला। कांकेर टीआई ने केबिन के ऊपर के भाग को बारिकी से देखने के लिए कहा तो कुछ संदेह हुआ। ऊपर 60 सेमी चौड़ी डिक्की बनी हुई थी। डिक्की को खोला तो उसमें बोरियां रखी दिखीं। पुलिस टीम ने जब एक बोरी को बाहर निकाला तो गांजा होने की पुष्टि हो गई। पुलिस टीम ने इससे पहले ट्रक चालक और कंडक्टर को दबोच चुकी थी। ट्रक से 17 बोरी गांजा बरामद किया गया है। पुलिस ने तौल कराया तो 350 किलो गांजा मिला। बरामद गांजा की कीमत 35 लाख रुपए और ट्रक 15 लाख का है।
एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस की अलग से टीम बनाकर जगदलपुर, कोंडागांव, धमतरी जैसे जगहों पर मुस्तैद थी। जैसे ही हमें सूचना मिली कि गांजा तस्करी की जा रही है। थाना प्रभारी अमर केमरो, संदीप बंजारे, आरक्षक ओमप्रकाश, शक्तिसिंग, यशवंत सिंग ने नाकेबंदी की ट्रक की तलाशी ली तो लाखों का गांजा बरामद किया गया। एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेजा गया।
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