यूपी के कन्नौज शहर में उस समय हडकंप मच गया। जब मोहल्ला दीदारगंज में आशा ज्योति केन्द्र की टीम ने छापामारी करते हुए एक किशोरी को बरामद किया। जिसके विवाह की तैयारियां में परिजन जुटे थे। उसके हाथ मेंहदी से सजे थे। कई अगूंठियां उंगलियों में थीं, उसे साड़ी, ब्लाउज और पैरों में विवाह के समय पहनाए जाने वाले जेवर जैसे बिछिया आदि भी पहना दिया गया था।
बस इंतजार था तो पंडितजी के पहुंचने का। लेकिन तभी विवाह की रस्म अदायगी पूरी होने से पहले ही आशा ज्योति केन्द्र की टीम ने दुल्हन बनी किशोरी लक्ष्मी, युवक कृष्णा पुत्र रामशंकर, युवक की मौसी, किशोरी की दादी सहित कई लोगों को पूछताछ के लिए अपनी अभिरक्षा में लिया। जिन्होंने पूछताछ में बताया गया कि किशोरी के पिता सुशांतों मुण्डो व मां सुष्मिता की बचपन में मृत्यु हो चुकी है और काफी गरीबी हालत में उसकी दादी ने उसे पाला पोषा है।
आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने के कारण वह उसकी शादी कर देना चाहती है। जिससे उसका भरण पोषण हो सके। इधर आशा ज्योति केन्द्र प्रशासक सुप्रिया पाण्डेय ने बताया कि मामला काफी संदिग्ध है। किशोरी व उसकी दादी का कोई पहचान पत्र नहीं है। जिससे उनकी सही पहचान की जा सके। सभी बिन्दुओं पर जांच की जा रही है। किशोरी को बाल न्यायालय में पेश किया जाएगा।