129 सदस्यों की मिली जानकारी पुलिस व सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक निखिल की उम्र करीब 20 वर्ष है। बीकॉम की पढ़ाई करने के बाद से वह बेरोजगार है। इसके बाद उसने चाइल्ड पोर्न वीडियो बनाने व बेचने को लेकर सोशल साइट्स पर कई ग्रुप बना लिए। उसके वाट्सअप ग्रुप में फिलहाल 129 सदस्यों की जानकारी मिली है। बाकी पड़ताल कराई जा रही है।जानकारी के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे इस ग्रुप की जांच की जा रही है। वहीं इस सिलसिले में सीबीआई विदेशों से यह जानकारी हासिल करेगी। इस सिलसिले में निखिल वर्मा के साथी दिल्ली निवासी नफीस रेजा, जाहिद उर्फ जाकिर नोएडा निवासी आदर्श व मुंबई के सत्येंद्र चौहान से भी पूछताछ की गई।
दिल्ली से मिला क्लू पुलिस सूत्रों के मुताबिक चाइल्ड पोर्न ग्रुप के एडमिन निखिल का जुड़ाव बड़े देह व्यापार गैंग से होने की आशंका है। सीबीआइ को इसके क्लू दिल्ली से मिलने की चर्चाएं हैं। बताया गया कि सीबीआई को ग्रुप के शिकार कुछ लोगों की शिकायत से ही जांच आगे बढ़ी। ठीक ढंग से जांच पूरी होने के बाद बड़े गैंग का पर्दाफाश होने की संभावना है। सीबीआइ कई पहलुओं पर पूरे मामले पर निगाह बनाए हुए है। पूरी जांच होने के बाद परत दर परत मामला सामने आना तय है।
ये है साइबर अपराध का मकसद आर्थिक लाभ -33.3 प्रतिशत फ्राड-9.6 प्रतिशत महिलाओं से छेड़छाड़- 5.2 प्रतिशत शरीरिक उत्पीड़न- 5.1 प्रतिशत बदनामी के लिए-3.3 प्रतिशत अपराधी प्रोफाइल व्यवसायिक प्रतिद्वंद्विता -19.9 प्रतिशत
पड़ोसी/दोस्त – 14.7 प्रतिशत व्यवसायिक हैकर्स- 13.5 प्रतिशत छात्र – 10 प्रतिशत सेक्सुअल प्रेडटर 5.1 प्रतिशत असंतुष्ट कर्मचारी 3.1 प्रतिशत