इन मरीजों में डायलिसिस से संक्रमण जिन 65 मरीजों की जांच हुई, उनमें मनोज श्रीवास्तव, हुमा फरीदी, शिवशंकर, जितेंद्र, सईदा खातून, शिवानी द्विवेदी, साफिया बेगम (31 मई को संक्रमण से मौत हो गई), विनोद कुमार, सैमुअल रोस्टन, मो. हशमत अली और सजनी कश्यप की हेपेटाइटिस-सी की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। उर्सला में उन्हें मशीन का अभाव बताकर कहीं और डायलिसिस कराने की सलाह दे दी गई। अब इन 10 संक्रमित मरीजों में कुछ निजी अस्पताल तो कुछ सनातन धर्म अस्पताल में डायलिसिस करा रहे हैं। इनमें से मो. हशमत, सजनी कश्यप के बेटे शिवशंकर और साफिया के पति आमिर सुहेल ने बुधवार को निदेशक उर्सला डॉ. चिरंजी राय से शिकायत की जिस पर उन्होंने जांच शुरू कराई है। इससे पहले शिवानी के पिता रमाकांत ने स्वास्थ्य महानिदेशक को मेल पर शिकायत की थी लेकिन उस पर कोई जांच या कार्रवाई नहीं हुई।
यह भी पढ़े – नई हड्डियों के निर्माण में मदद करेगा न्यू ड्रग डिलीवरी सिस्टम, जानिए कैसे करेगा काम डायलसिस के पहले नहीं हुई जांच डायलिसिस कराने वाले की वायरल मार्कर, हेपेटाइटिस-सी और बी, लिवर फंक्शन टेस्ट होने चाहिए। भूख कम लगना, हीमोग्लोबिन कम होना, क्रिएटनिन बढ़ने पर सारे टेस्ट फिर होने चाहिए। संक्रमितों का आरोप है कि उर्सला में इन नियमों का पालन नहीं किया गया।
जांच के आधार पर होगी कार्रवाई उर्सला अस्पताल के निदेशक डॉ. चिरंजी राय ने बताया कि हेपेटाइटिस पीड़ित हशमत अली, सजनी कश्यप के बेटे शिवशंकर और साफिया बेगम के पति आमिर ने शिकायत की है कि उर्सला में संक्रमित मशीन पर डायलिसिस से उन्हें या उनके परिजनों को संक्रमण हुआ। यह गंभीर मामला है। विशेषज्ञों की टीम को जांच सौंप दी है। रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।