पत्रिका संवाददाता ने कानपुर देहात क्षेत्र के मड़ौली गांव पहुंचकर मृतकों के घर की हालत देखी, जहां मातमी सन्नाटा पसरा हुआ था। अकस्मात सिसकने की आवाजें विलाप में बदल जातीं। हिम्मत जुटाकर संवाददाता ने बूढ़ी मां सरोज कुमारी से उनके बेटे के बारे में पूछा तो उनकी बूढ़ी आखें छलछला आईं। रोते हुए कहा कि जहरीली शराब ने सब कुछ खत्म कर दिया। कक्षा 5 में पढ़ने वाली एक मासूम बेटी रोती हुई बोली, मम्मी कहती हैं कि मेरे पापा मर गये हैं, लेकिन वो तो मेरे लिये टॉफी लेने गये थे। इतना कहकर वह पापा आ जाओ कहकर रोने लगी। गांव के ही राजेश सिंह ने कहा कि उनके जवान भाई की मौत हुई है। अगर पुलिस-प्रशासन सजग होता तो आज ये मेरा बाजू मजबूत होता। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि फिर किसी के परिवार पर ऐसी गाज न गिरे।
अपनों से पूछ रहे परिजन, कहीं शराब तो नहीं पी?कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव में जहरीली शराब पीने से मरने की सूचना मिलते ही हाहाकार मच गया। मौत का सिलसिला शुरू हुआ तो ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। जहरीली शराब ने किसी के घर के मुखिया की जान ले ली तो किसी मां के बुढ़ापे की लाठी छीन ली। ग्रामीण सशंकित हैं। गांव का प्रत्येक ग्रामीण परिजनों से बस एक ही सवाल कर रहा था कि कहीं उसने शराब तो नहीं पी है। यह सच है कि दो-चार महीने में गांव में फिर सामान्य हो जायेगा। मिलावट का गोरखधंधा करने वाले फिर सक्रिय हो जायेंगे। लेकिन उन परिवारों का क्या होगा, जिनके घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा है।