बता दें कि शहर में एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने का काम केंद्र सरकार की कंपनी ईईएसएल कर रही है. कंपनी की ओर से अनुबंध के मुताबिक 94,000 स्ट्रीट लाइटों को बदला जा चुका है. अब भी शहर में कई ब्लैंक पोल ऐसे हैं, जहां लाइट नहीं लगी है या फिर बदली जानी है. इसको ध्यान में रखते हुए शासन को 40,000 एलईडी स्ट्रीट लगाने का प्रस्ताव भेजा गया है. इसके जल्द पास होने की उम्मीद है.
शहर में दर्जनों एरिया ऐसे हैं, जहां पहले स्ट्रीट पोल थे, लेकिन वक्त के साथ खराब हो गए. उनकी जगह पर नए स्ट्रीट पोल लगाए जाएंगे. इसमें विजय नगर, मछरिया, किदवई नगर सहित कई मुख्य मार्ग शामिल हैं. वहीं पार्षदों की डिमांड पर भी वार्डों में नए स्ट्रीट पोल लगाए जाएंगे. ईईएसएल कंपनी द्वारा लगभग 7,000 ब्लैंक स्ट्रीट पोल पर एलईडी लाइट लगाई गई हैं.
मार्ग प्रकाश विभाग से पिछले कई महीनों से व्यवस्थाएं ठीक नहीं चल रही हैं. ईईएसएल कंपनी द्वारा एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने में बरती जा रही अनियमितताओं के चलते पार्षदों और आम लोगों में काफी रोष है. बावजूद इसके मार्ग प्रकाश विभाग के चीफ इंजीनियर दीपक यादव छुट्टी पर हैं. लखनऊ से इनका ट्रांसफर हुआ था, एक दिन ज्वॉइन करने के बाद तब से यह छुट्टी पर ही हैं.
इस बारे में नगर निगम में मार्ग प्रकाश विभाग के प्रभारी आरके पाल कहते हैं कि 40,000 एलईडी स्ट्रीट लाइट और 20,000 नए स्ट्रीट पोल लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. जो शासन को भेजा जा रहा है. जल्द ही इसके लिए कार्य शुरू किया जाएगा.