शासन ने कुछ फैक्ट्रियां और उद्योग खोलने की अनमुति दी है। जिसके चलते सडक़ पर वाहनों की आवाजाही भी बढऩे लगी है। जिसके चलते पेट्रोल पंपों पर भी भीड़ दिख रही है। शहर में में पिछले तीन दिन में पेट्रोल पंप पर 20 फीसदी बिक्री बढ़ गई है। कैश में पेट्रोल-डीजल खरीदने वालों से कोरोना के संक्रमण का खतरा भी बढ़ा है। इसे देखते हुए शहर के 175 पेट्रोल पंपों में नोटों से संक्रमण खत्म करने वाली मशीन लगाने की तैयारी है। यूपी पेट्रोल एंड एचएसडी डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष ओमशंकर मिश्रा ने बताया कि अब भी पेट्रोल पंपों पर नगद लेनदेन ज्यादा है।
इस मशीन में नोट को रखकर बंद कर दिया जाता है। जैसे मशीन का दरवाजा लॉक होता है, इसमें चारों तरफ लगे यूवी लैंप से अल्ट्रा वॉयलेट-सी किरणें निकलने लगती हैं। इसमें पंखा भी लगाया गया है, ताकि यूवी-सी रे फैलकर करेंसी नोट के हर हिस्से को सेनेटाइज कर सके। नोट पूरी तरह वायरस फ्री होने के बाद मशीन में लगी बेल बजने लगती है। इसके बाद नोट को निकाल लिया जाता है। इस नोट के इस्तेमाल में कोई खतरा नहीं रह जाता।
यह मशीन कैश का ज्यादा लेन देन करने वाले रिटेल व्यापारियों को भी दी जाएगी। एक मशीन की कीमत लगभग 7500 रुपए है। थोक का काम करने वाले व्यापारी ज्यादा कैश का लेनदेन करते हैं और इनके पास आने वाले नोटों से भी संक्रमण बढ़ सकता है।