छवि खराब करने की कोशिश
आदित्य यादव ने कहा कि प्रासपा आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी एक बूथ-बीस यूथ के तहत कार्यकर्ताओं की नियुक्ति कर रही है। पार्टी की मदद शिवपाल फैन्स एसोसिएशन के डेढ़ लाख कार्यकर्ता कर रहे हैं। हम प्रदेश की 79 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं और यहां सबसे ज्यादा सीटें जीत कर केंद्र की राजनीति में प्रसपा अहम रोल निभाएगी। आदित्य यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने पूराने साथियों के आर्शीवाद से अलग दल बना है, लेकिन हम सभी आज भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव को प्यार और सम्मान करते हैं। भले ही उनसे हमारी राजनीतिक लड़ाई हो पर परिवार के नाते वो आज भी हमसब से बड़े हैं। खनन मामले पर उनका नाम उछाला जाना भाजपा की साजिश है। वो उन्हें बदनाम कर यूपी के लोगों का मन भटकाना चाहती है, पर अब ऐसा होने वाला नहीं है।
बड़े भाई के साथ आदित्य
बतादें हाईकोर्ट के आदेश पर खनन केस में सीबीआई की टीमों ने प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी की थी। इसमें प्रमुख रूप से आईएएस बी चंद्रकला, सपा विधायक रमेश मिश्रा, दिनेश मिश्रा सहित एक दर्जन लोग शामिल हैं। सीबीआई की कार्रवाई के बाद प्रदेश की सियासत गर्म हो गई। अखिलेश यादव का नाम आने के बाद वो खुद मीडिया के सामने आए और भाजपा पर जमकर बरसे। जबकि भाजपा के कई नेताओं ने सपा प्रमुख की भी जांच कराए जाने की मांग कर डाली। इस पूरे मामले में परिवार से अगल होकर नया दल बनाने वाले शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव अपने बड़े भाई अखिलेश के साथ खड़े नजर आए। आदित्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी को अपना जनाधार खिसकता नजर आ रहा है । उत्तर प्रदेश के मौजूदा हालात बीजेपी के विपरीत है जिसकी वजह से वो सीबीआई का सहारा लेकर राजनीतिक दलों पर दबाव बना रही रही है। आदित्य ने सीबीआई की कार्रवाई को भाजपा का स्टंट करार देते हुए कहा कि इस रेड से यूपी के राजनीतिक दल डरने वाले नहीं है।
सपा-बसपा गठबंधन का किया समर्थन
आदित्य यादव ने आगामी लोकसभा चुनाव में सपा व बसपा के बीच बनने वाले गठबंधन का स्वागत किया। प्रसपा नेता ने कहा कि भाजपा को हटाने के लिए सभी दलों को एक साथ आना चाहिए, ताकि हम पूरी ताकत के संप्रदायिक दल को सत्ता से बेदखल कर सकें। आदित्य ने कहा कि यदि सपा व बसपा की तरफ से गठबंधन में शामिल होने का ऑफर आता है तो इस पर विचार किया जा सकता है। आदित्य यादव ने कहा कि गठबंधन में हमें जगह नहीं मिलती तो पार्टी के सामने अन्य विकल्प खुले हैं। कांग्रेस के साथ गठबंधन के प्रश्न पर आदित्य यादव ने कहा ि कइस मामले पर शिवपाल यादव के साथ ही पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही जवाब दे सकता है। पर हम चाहते हैं कि सामान विचारधारा वाले सभी दल एक साथ मिलकर चुनाव के मैदान में उतरें।