इस तरह सेंट्रल पर लोड कम होगा। सामान्य स्थितियों में ट्रेनों के चलने पर सेंट्रल के आउटर पर घंटों ट्रेनों के खड़े रहने की समस्या को खत्म करने के लिए अब जूही को भी स्टेशन बनाने की कवायद शुरू की गई है। अधिकारी बताते हैं जल्द ही सर्वे कर रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाएगी। इसके लिए अक्टूबर 2019 में सहमति बनी थी। जिसमें प्रयागराज मुख्यालय में बैठक के दौरान रेलवे अधिकारियों ने इसका प्रस्ताव दिया था। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेनों का लोड इसकी क्षमता से डेढ़ गुना अधिक है।
न्यू कानपुर स्टेशन बनने के बाद गैर महत्वपूर्ण ट्रेनों को इस स्टेशन से पास कराया जाएगा। इससे सेंट्रल पर ट्रेनों के साथ ही यात्रियों का लोड कम हो जाएगा। बताया गया कि रेल अधिकारियों के मुताबिक वीआइपी ट्रेनों को न्यू कानपुर स्टेशन से चलाया जाएगा। इससे इन ट्रेनों का समय भी सुधरेगा और आउटर जैसी समस्या से भी नहीं गुजरना होगा। डिप्टी सीटीएम कानपुर सेंट्रल हिमांशु कुमार उपाध्याय ने बताया कि अक्सर एक साथ कई ट्रेनें आ जाती हैं। इनमें कई ऐसी होती हैं जिनमें सेंट्रल स्टेशन से कम यात्री चढ़ते हैं। नए स्टेशन बनने के बाद तब ऐसी ट्रेनों को वहां से गुजारा जाएगा। इसका प्रस्ताव है। सर्वे कर रिपोर्ट मुख्यालय भेजनी है।