हालांकि बताया गया कि कानपुर में जो मेट्रो शुरू होने जा रही है, वह पूरी तरह आटोमेटिक है। मेट्रो स्टार्ट होने के बाद उसमें चालक को सिर्फ दरवाजों को बंद करना होगा। जबकि मेट्रो खुद ही चलेगी। उसकी स्पीड बढ़ेगी और स्टेशन पर रुकते ही गेट भी स्वतः ही खुलेंगे। चालक को दरवाजे बंद करने का विकल्प इसलिए दिया गया है कि कहीं आटोमेटिक तरीके से दरवाजे बंद होने पर कोई बुजुर्ग या दिव्यांग मेट्रो में चढ़ते समय चुटहिल न हो जाए। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि दिल्ली में चालक रहित मेट्रो चल रही है।
कानपुर में यात्रियों की संख्या को देखते हुए अभी हर सवा 5 मिनट में स्टेशन पर मेट्रो लाना है। दिल्ली में हर ढाई मिनट में स्टेशन पर ट्रेन आती है। कानपुर में जब यह स्थिति आएगी तो यहां भी चालक रहित मेट्रो चलाई जाएगी। इसके लिए सिग्नल सिस्टम इस तरह बनाया जा रहा है कि उसे अपग्रेड किया जा सके। उन्होंने बताया कि कानपुर में आटोमेटिक ट्रेन है। इसमें मेट्रो स्टार्ट होने के बाद खुद ही चलेगी, उसकी रफ्तार भी खुद ही बढ़ेगी और स्टेशन पर भी खुद ही रुकेगी। आटोमेटिक सिस्टम से ही दरवाजे खुलेंगे, जिससे यात्री उतर सकें। सारे यात्री चढ़ने के बाद चालक गेट बंद कर देगा। इसके बाद मेट्रो फिर खुद चल देगी। बताया गया कि जून 2021 तक ये मेट्रो कानपुर आने लगेंगी।