दरअसल कानपुर नगर के बर्रा निवासी सोनिया भाटिया ने बताया कि 2 अक्टूबर को अवकाश के दिन था। उसके पास अचानक अजनबी नंबर से मोबाइल फोन कॉल आया। फोन करने वाले ने अपना परिचय देते हुए कहा कि वह उनका दूर का रिश्तेदार अनिल बोल रहा है। कई वर्ष बाद अचानक फोन आने और बात होने पर वह ठीक से रिश्तेदार की पुष्टि नहीं कर सकी। उस फोनकर्ता ने हालचाल लेने के बाद पेटीएम खाता चलाने की बात पूछी। जिस पर मैंने हां में जवाब दिया। इस पर उसने अपने ग्राहक की ओर से कुछ रकम मंगवाने की इजाजत मांगी तो रिश्तेदार समझकर हामी भर दी।
इसके बाद उसने खाता नंबर पूछा तो मैंने दे दिया। इसके बाद अंजान नंबर से मोबाइल फोन पर पास चार क्यूआर कोड आए। जिसे स्कैन करने को कहा गया। स्कैन करते ही मेरे खाते से 25 हजार 800 रुपये निकल गए। इसके बाद उसने दूसरे खाते का भी ब्योरा भी मांगा, लेकिन सोनिया ने इनकार कर दिया। मां से पूछा तो उन्होंने बताया कि जिस नंबर से फोन आया था वह अनिल का नहीं है। यह सुनते ही उसके होश उड़ गए। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ। मामले को लेकर वह पुलिस के पास पहुंचीं। साइबर सेल प्रभारी लान सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।