कानपुर

कमल खिलाने के लिए कानपुर में जुटेंगे दिग्गज, निकाय के साथ लोकसभा चुनाव पर होगा मंथन

लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा की पहली शंखदान रैली 2013 में कानपुर के कल्याणपुर इलाके में हुई थी।

कानपुरOct 06, 2017 / 12:16 pm

आकांक्षा सिंह

कानपुर. लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा की पहली शंखदान रैली 2013 में कानपुर के कल्याणपुर इलाके में हुई थी। इसी के बाद यूपी की 80 सीटों पर कमल खिलाने के लिए अमित शाह , उस वक्त के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कानपुर को केंद्र बनाया था। 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत बिठूर में आठ दिन रूक कर यूपी में भगवा सरकार की नींव रखी थी। खुद अमित शाह रूमा और मंधना में ढेरा जमाए रहे थे। इसी के चलते भाजपा ने मिशन 2019 की नगर निगम और 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत के लिए चुनाव प्रचार का आगाज कानपुर की धरती से करने का फैसला किया है। इस सिलसिले में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 11 और 12 अक्तूबर को कानपुर में होगी। इसमें राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय और सीएम आदित्यनाथ योगी के शिरकत करेंगे। जिला और क्षेत्र स्तर पर प्रांतीय कार्यसमिति को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। कानपुर-बुंदेलखंड परिक्षेत्र के पदाधिकारियों के कंधों पर कार्यसमिति का जिम्मा होगा।


मंधन में हो सकती है बैठक, सीएम रहेंगे मौजूद


मिशन निकाय और लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भारतीय जनता पार्टी की एक बड़ी बैठक कानपुर के मंधना में 12 व 13 अक्टूबर होगी। जिसमें यूपी के सीएम योगी आदित्नाथ और प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय मौजूद रहेंगे। बैठक में कानपुर-बुंदेलखंड के साथ ही यादवलैंड के पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया। नगर अध्यक्ष सूरेंद्र मैथानी ने बताया कि बैठक एजेंडा नगर निगम और निकाय चुनाव के अलावा लोकसभा चुनाव में भी कमल खिलाने का है। इसके लिए कार्यसमिति के पदाधिकारी अंतिम दिन राजनीति पर चर्चा करेंगे। इसमें प्रदेश, क्षेत्र, जिला संगठन और मंडल स्तर के पदाधिकारी अपेक्षित होंगे। सबको जन-जन तक केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों को पहुंचाने की ऊर्जा भरी जाएगी। साथ ही उन्हें जनमत हासिल करने के टिप्स भी दिए जाएंगे।


सीएम देंगे कमल खिलाने के टिप्स


सूरेंद्र मैथानी ने बताया कि मुख्यमंत्री दो दिनों में से किसी एक दिन इस बैठक में शामिल होंगे। यहां वो कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ ही कमल खिलाने के टिप्स उन्हें देंगे। सूरेंद मैथानी के मुताबिक वैसे मंधना के साथ ही सीएसए कैलाश भवन में बैठक कराए जाने पर बात चल रही है। सीएम की हरी झंडी मिलते ही एक-दो दिन में इसकी घोषण कर दी जाएगी। मैथानी ने बताया कि निकाय चुनाव के पार्षद पद के आरक्षण की सूची जारी हो गई है। पार्टी इसबार उसे ही टिकट देगी, जिसने जनता के बीच जाकर अच्छा कार्य किया है।


शंखदान रैली कर लोकसभा का बजाया था बिगुल


भाजपा ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव का आगाज कानपुर की धरती से ही किया था। अक्तूबर 2013 को कानपुर में हुई पार्टी की विजय शंखनाद रैली को तब गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए आह्वान किया था कि केंद्र में सरकार बनी तो यूपी की जनता को राहत मिलेगी। इस बार भी पार्टी ने नगर निगम और लोकसभा चुनाव का आगाज कानपुर की ही धरती से करने का फैसला किया है। इसके अलावा यूपी विधानसभा चुनाव से पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बिठूर में आठ दिन रूककर मिशन यूपी फतह की योजना बनाई थी। इसी बैठक के बाद भाजपा ने मायावती के दलित वोटबैंक में काफी हद तक सेंध लगाई थी।

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