ज्योतिषाचार्य पंडित केए दुबे पदमेशने सीएम योगी की कुंडली को बताया सबसे योग्य, रामंमदिर सहित अन्य मुद्दों का निकालेंगे हल और 2024 तक 2024 तक लहराएगा परचम
कानपुर•Jul 12, 2018 / 09:46 am•
Vinod Nigam
पुरूषोत्तम श्रीराम बनवाएंगे मोदी सरकार, यूपी में होगी सीएम योगी की जय-जय कार
कानपुर। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनते ही रामंमदिर आंदोलन से जुड़े कारसेवकों के अलावा साधू-संत गदगद नजर आए। इनका मानना है कि सुप्रीम कोर्ट में कई वर्षों से पेंडिंग चला आ रहा राम मंदिर विवादित मसला अब हल हो जाएगा। पर इसके पीछे भी एक रहस्य छिपा है। सबसे महत्वपूर्व है की क्यों इतने सालों के बीच अधर में लटका ये मामला आखिरकार इतनी तेजी से सुर्खियों में आया तो वहीं अब न्यायाधीश ने इस मुद्दे को लेकर अपना सुझाव भी दिया हैं। दरसअल ये पूरा खेल ग्रहों का है जो उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की कुंडली में बैठा है। ज्योतिषाचार्य पंडित केए दुबे पदमेश ने बताया कि सीएम योगी की कुंडली विकास की तरफ बड़ रही है। प्रदेश में इनकी हनक रहेगी और 2019 में मोदी सरकार योगी के जरिए फिर से सत्ता में आएगी। क्योंकि सीएम योगी हर हाल में श्रीराम मंदिर का मुद्दा हल करा वहां मंदिर की नींव का आगाज कर देंगे।
गृहनक्षत्र लगाएंगे बेढ़ा पार
ज्योतिषाचार्य पंडित केए दुबे पदमेश के मुताबिक 19 मार्च 2017 को जब योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सीएम के रूप में पदभार संभाला तो ये भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में अकल्पनीय घटना के रूप में दर्ज हो गया। ऐसे में जिस वक्त योगी ने शपथ ग्रहण की, ग्रहों की दशा के अनुसार कर्क लग्न एवं वृश्चिक के नवांश में ये स्थिति मुद्दे को मजबूत बनाती है। कर्क लग्न चर लग्न होने के कारण सरकार तेजी से अपने कार्यों का संचालन करेगी। लग्नेश बुद्धि स्थान में स्थिर राशि होने के कारण योगी जो भी निर्णय लेंगे वो काफी सोचा समझा और योजनाबद्ध तरीके का होगा। पराक्रम भाव में भाग्येश बृहस्पति का होना और क्योंकि धर्म भाव का स्वामी भी यही ग्रह होता है इसलिए मंदिर विषय अपनी संभावनाओं को मजबूती देता रहेगा। उच्चस्थ का शुक्र होने के कारण राम मंदिर का विवादित मसला हल होने की पूरी सभावना बन गई है।
बेहतर शासक के तौर पर उभरेंगे योगी
ज्योतिषाचार्य पंडित केए दुबे पदमेश ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुंडली में शुक्र, मंगल, शनि का भी अहम रोल है जो प्रदेश के कई परिवर्तन में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। योगी की कुंडली में शुक्र होने के कारण ही उत्तर प्रदेश में महिलाओं से जुड़े हुए मद्दों पर सरकार कार्य कर रही है क्योकि कुंडली में स्त्रियों का कारक ग्रह शुक्र अपने उच्च राशि के त्रिकोण में स्थिर है। जिसके फलस्वरूप महिलाओं के प्रति अपराध, अत्याचार जैसे मामलों पर गंभीरतापूर्वक सख्त कर्रवाई करने से वो पीछे नहीं हट रहे हैं। यही नहीं कर्मेश मंगल अपनी मूलत्रिकोणस्थ राशि में है जिसके कारण ये सरकार त्वरित गति से सरकारी योजनाएं जनता तक पहुंचने में सफल होगी। योगी की कुंडली में शनि का रोल भी काफी अहम है। दरअसल षष्ठ भाव में शनि की स्थिति के चलते ही सरकार अपने विरोधियों पर भारी है।
बढ़ेगा राजनीति में कद
ज्योतिषाचार्य पंडित केए दुबे पदमेश ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ की जन्मकुंडली सिंह लग्न की है और इनकी राशि कुंभ है। जन्मकुण्डली में गुरु बृहस्पति सर्वाधिक बलवान हैं, गुरु बलवान होने पर व्यक्ति समाज में पूजनीय एवं संत होता है। योगी आदित्यनाथ की कुंडली में गुरु के साथ मंगल और शुक्र भी मजबूत स्थिति में हैं। मंगल और शुक्र के लाभ स्थान में होने से व्यक्ति को राजनीति में विषेष सफलता मिलती है। मंगल नवग्रहों का सेनापति होने के कारण जब किसी की कुण्डली में लाभ स्थान में बैठता है तो व्यक्ति अपने क्षेत्र में प्रमुख होता है। राजनीति में होने के कारण इसी योग की वजह से योदी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के सीएम बने हैं। 2019 जनवरी तक इनकी सूर्य की दशा चलेगी। सूर्य शत्रु राशि में शनि के साथ हैं जिससे इस दौरान इन्हें राजनीति में विपक्षियों के विरोध का खूब सामना करना होगा। जनता में भी इनकी छवि थोड़ी धुंधली होगी। लेकिन सूर्य के साथ बुध इन्हें बुद्धि और व्यवहारिकता से स्थितियों को संभालने में मददगार साबित होगा। इससे राजनीति में इनका कद और बढ़ेगा।
2024 तक लहराएगा परचम
पंडित पदमेश के मुताबिक इस साल 2018 तक इनकी कुंडली में नवम भाव में गोचर कर रहे गुरु सफलता और सम्मान दिलाने का योग बना रहे हैं। लेकिन 2019 जनवरी तक इनकी सूर्य की दशा चलेगी। सूर्य शत्रु राशि में शनि के साथ हैं जिससे इस दौरान इन्हें राजनीति में विपक्षियों के विरोध का खूब सामना करना होगा। जनता में भी इनकी छवि थोड़ी धुंधली होगी। लेकिन सूर्य के साथ बुध इन्हें बुद्धि और व्यवहारिकता से स्थितियों को संभालने में मददगार साबित होगा। इससे राजनीति में इनका कद और बढ़ेगा। पंडित पदमेश बताते हैं कि कुंडली में छठे घर का राहु विरोधियों को मात देने में सहायक होगा जबकि बारहवें घर का केतु राजनीति में सफलता की ऊंचाई पर पहुंचाने में सहायक रहेगा। योगी आदित्यनाथ अभी केतु की महादशा में चल रहे हैं जो 2024 तक चलेगी। इस दौरान राजनीति में इनका परचम लहराता रहेगा।