उन्होंने बताया कि बिकरू कांड को लेकर शासन ने एसआईटी से जांच कराई थी। जिसमें 70 पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे। इन सभी की विभागीय जांच के लिए तत्कालीन एडिश्नल एसपी पूर्वी, एसपी पश्चिम व एसपी दक्षिण को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके अलावा कुछ अधिकारियों की जांच खुद पूर्व डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह भी कर रहे थे। एडीजी ने बताया कि सभी मामलों में अधिकारियों ने जांच लगभग पूरी कर ली है। एक-दो पुलिसकर्मियों की जांच शेष रह गई है। वह भी सात अप्रैल तक हर हाल में पूरी करा ली जाएगी। जांच में दोषी पाए गए पुलिस कर्मियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी होगी।
बिकरू कांड के बाद अधिवक्ता सौरभ भदौरिया ने विकास दुबे, जय बाजपेई समेत उसके गुर्गों पर गंभीर आरोप लगाए थे। जिसमें कई पुलिसकर्मी, प्रशासनिक अफसरों के भी नाम हैं। इसकी शिकायत केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय, लोक शिकायत व पेंशन मंत्रालय में लिखित रूप से की गई थी। कार्मिक मंत्रालय के सचिव एसपी त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र भेजा है। सीबीआई जांच (CBI Janch) को लेकर मामले में आख्या मांगी है।