सूत्रों के मुताबिक जांच में 12 पुलिसकर्मी दोषी पाए गए हैं। क्योंकि दो के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिले हैं। दोषी पाए गए इन पुलिसकर्मियों पर विकास दुबे, जय बाजपेई व उनके गुर्गों के असलहों के लाइसेंस में सत्यापन रिपोर्ट पक्ष में लगाने, आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगे थे। बताया गया कि दंड मिलने के बाद अफसर इन सभी के नाम सार्वजनिक करेंगे। आपको बता दें कि एसआईटी ने पूर्व चौबेपुर एसओ विनय तिवारी, दरोगा केके शर्मा, दरोगा अजहर इशरत, दरोगा कुंवर पाल सिंह, दरोगा विश्वनाथ मिश्रा, दरोगा अवनीश कुमार सिंह, सिपाही अभिषेक कुमार और सिपाही राजीव कुमार को वृहद दंड के तहत दोषी पाया था।
एडीसीपी साउथ दीपक भूकर इनकी विभागीय जांच कर रहे हैं। जांच अंतिम दौर में है। सूत्रों के मुताबिक जांच में इन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। विकास दुबे के साथ सांठगांठ और दबिश की मुखबिरी करने की पुष्टि हुई है। सूत्रों ने बताया कि इनमें से कई पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाएगा। लघु दंड के तहत दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों की जांच पूर्व डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने की। इसमें इंस्पेक्टर राममूर्ति यादव, दरोगा दीवान सिंह, सिपाही लायक सिंह, सिपाही विकास कुमार, सिपाही कुंवर पाल सिंह दोषी पाए गए हैं। जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।