मिशन से जुड़े हैं विधायक
भाजपा विधायक भगवती प्रसाद सागर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने देश के पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर विधायिक साधना सिंह के खिला अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है। कर दी है। विधायक ने बताया कि वह अखिल भारतीय संत बाबा साहब आंबेडकर मिशन के राष्ट्रीय संरक्षक एवं अध्यक्ष हैं। उनके द्वारा जो पत्र लिखा गया है, वह इसी संस्था के लेटर पैड पर है। वह विधायक से पहले एक दलित हैं। पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमो ने दलितों के हित में कई वर्षों तक उन्होंने संघर्ष किया। उन्होंने सीएम, पीएम और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को एक दलित और दलित संगठन का पदेन अध्यक्ष होने के नाते लिखा है। कहा, सियासत में राजनेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप तो लगा सकते हैं पर किसी पर अर्मादित भाषा बोलने की किसी को छूट नहीं चाहिए।
मयावती का अपमान नहीं करेंगे बर्दाश्त
भाजपा विधायक ने कहा कि जल्द ही लोकसभा चुनाव हैं यदि पार्टी के विधायक ही मायावती जैसे दलितों की मसीहा कहे जाने वाले नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करेंगे तो मिशन 2019 में दलित भाजपा से कट सकते हैं। बिल्हौर विधानसभा दलित बाहुल्य है यहां अधिकांश भाजपा समर्थक बसपा सुप्रीमो का अपमान नहीं बर्दाश्त करेंगे। भाजपा विधायक के मायावती को दलितों का मसीहा बताए जाने के बाद कानपुर की सियासत गर्म हो गई है। भाजपा नेता अंदरखाने विधायक के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं और पार्टी हाईकमान के पास इनकी हर गतिविधि की जानकारी पहुंचा रहे हैं।
बसपा छोड़कर भाजपा में ली थी इंट्री
वधायक भगवती प्रसाद सागर बसपा सरकार में मंत्री रहे हैं और वर्ष 2017 में भाजपा में इंट्रीकर बिल्हौर से विधायक चुने गए हैं। विधायक ने कहा कि मायावती पर जिस तरह से साधना सिंह ने तिपण्णी की उससे हम बहुत आहत हैं। राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप, जीत-हार चलती रहती है। पर किसी नेता के बारे में अपशब्द भाषा का इजाजद किसी को भी नहीं हैं। साधना सिंह एक महिला होकर दूसरी महिला के बारे में जिस तरह से बोलीं उसकी हम घोर निंदा करते हैं। भाजपा हाईकमान को ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।