वाहन चेकिंग में चढ़ा हत्थे दरअसल कानपुर देहात के शिवली कोतवाल चंद्रशेखर द्विवेदी पुलिस फोर्स के साथ बैरी तिराहे पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। इस बीच कानपुर की ओर से आ रही बोलेरो को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो चालक गाड़ी की रफ्तार तेज कर भागने लगा लेकिन रास्ते में गाड़ी नाले में फंस गई तो चालक गाड़ी छोड़कर भाग निकला। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। पकड़े गए चालक नीरज निषाद निवासी कुनैठी थाना भरथना जिला इटावा से जब पुलिस ने पूंछतांछ की तो पुलिस को चोरी की क्रेटा कार, गिरोह के चार सदस्यों के किसान नगर से रामगंगा नहर पटरी की ओर आने की जानकारी मिली।
घेराबंदी कर दो बदमाशों को भी दबोचा पुलिस ने घेराबंदी कर देर रात क्रेटा कार सवार बदमाशों को पकड़ लिया। उन्होंने अपना नाम सनी वर्मा निवासी पीएसी कैंप बिछिया थाना शाहपुर जिला गोरखपुर एवं अमित पाठक निवासी सीबीगंज सर्वोदय नगर जिला बरेली को दबोच लिया। तभी मौका पाकर गिरोह का सरगना भूपेंद्र सिंह निवासी बढ़पुरा जिला इटावा और उसका साथी राजू शर्मा निवासी कानपुर नगर वहां से भाग निकले। कोतवाल ने बताया कि बदमाशों ने बोलेरो व क्रेटा कार को 13 फरवरी की रात गोरखपुर में पैडलेगंज से चुराया था, जिसका मुकदमा वहां दर्ज है।
गाड़ी चोरी करने के बाद करते थे ये काम ऑटोमेटिक गाड़ियों के लॉक खोलने वाले मास्टरमाइंड बरेली जनपद के सीबीगंज निवासी अमित पाठक ने पुलिस को बताया कि वाहन की पहचान न हो सके, इसके लिए गाड़ी की नंबर प्लेट भी बदल दी जाती थी। डिवाइस से कार का शीशा खोलने के बाद में पेंचकस, पिन से बिना चाबी के उसे स्टार्ट कर चोरी कर लेते हैं। गाड़ी की लोकेशन कोई पता न कर पाए, इसके लिए वह जीपीएस को खराब कर देते थे। इससे गाड़ी मालिक के मोबाइल पर गाड़ी की लोकेशन नहीं मिल पाती थी। शिवली कोतवाली प्रभारी चंद्रशेखर द्विवेदी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों से उनके कनेक्शन अन्य प्रदेशों के अलावा नेपाल में भी जुड़े होने की जानकारी मिली है।