शहर के शांतिवन अपार्टमेंट आजादनगर निवासी नीरज प्रसाद ने दिसंबर २०१७ में पीपीएन मार्केट के सामने स्थित स्मार्ट हूप्स लग्जरी कार के शोरूम से ४५ लाख की लग्जरी कार खरीदी थी। इस कार की पूरी डील शोरूम के एक कर्मचारी अंकित शर्मा ने की थी। अंकित के जरिए ही डील पूरी हुई और उसने नीरज से दो लाख रुपए कैश भी ले लिए।
हालांकि कोई भी शोरूम गाड़ी के रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी नहीं लेता है, लेकिन नीरज ने शोरूम के कर्मचारी अंकित को व्यक्तिगत रूप से गाड़ी के रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी दी थी। नीरज गाड़ी के लिए आखिरी में २२ नंबर की मांग भी रखी। जिसके लिए अंकित ने नीरज से तीन लाख ३९ हजार रुपए भी लिए थे।
अंकित ने नीरज को यूपी ७८ एफबी ९९२२ नंबर के साथ गाड़ी के कागजात दे दिए। इसी नंबर के साथ गाड़ी पूरे देश में दौड़ती रही पर कभी भी इसका फर्जी नंबर पकड़ में नहीं आया। गाड़ी पर १५ लाख का लोन भी था और जब लोन के लिए २०१९ में शोरूम की ओर से आरसी मांगी गई, तब जाकर नंबर के फर्जी होने का पता चला।
नीरज प्रसाद ने कर्नलगंज थाने में अंकित के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी आरसी दिए जाने का मामला दर्ज कराया है। कर्नलगंज इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही अंकित को गिरफ्तार किया जाएगा।