मामला बीआईसी के 27 बेशकीमती बंगलों की सौदेबाजी का है। इसमें भारी गोलमाल सामने आया है। इन बंगलों को वास्तविक कीमत से काफी कम में बेंच दिया गया। यह सब किसे फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है, इस सवाज का जवाब तलाशने के लिए सीबीआई ने अब सख्ती शुरू की है। सीबीआई ने गुरुवार को दो पूर्व कंपनी सचिवों समेत चार लोगों को अलग-अलग कमरों में चार घंटे तक बंधक बनाकर उनसे सवालों के जवाब मांगे।
सीबीआई टीम ने सबसे पहले बीआईसी (ब्रिटिश इंडिया कॉरपोरेशन) में प्रॉपर्टी की फाइलों को देखा, बाद में लीगल सेल की फाइलों की पड़ताल की। सभी की फोटो कॉपी कराई और इसके बाद सचिवालय के दोनों सेल में ताला लगा दिया। सीबीआई को अभी भी सारे दस्तावेज नहीं दिए गए हैं। बीआईसी के अफसर मामले में बहुत कुछ छिपा रहे हैं। सीबीआई ने दो पूर्व सचिव केसी बाजपेई और आरके मिश्रा के अलावा बाजपेई के निजी सचिव रहे मनीष त्रिपाठी और मिश्रा की निजी सचिव रहीं साधना गुप्ता से भी पूछताछ की है।
सीबीआई ने चारों को हिरासत में ले लिया और इन्हें अर्मापुर तक गाड़ी में ले गई। वहां बंद कमरे में सभी से क्रॉस क्वेश्चन किए गए। सभी के मोबाइल की डिटेल अपने सिस्टम पर अपलोड कर ली। सभी को इस चेतावनी के साथ छोड़ा कि आगे भी पूछताछ की जाएगी। इस दौरान आप लोग शहर छोडक़र नहीं जा सकते। बताते चलें कि इसी वर्ष सीबीआई ने संपत्तियों की खरीद-फरोख्त में हुए घपले को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वर्ष 2016 से तीन वर्ष तक इसकी पड़ताल की गई थी।