2 लाख पंजीकृत श्रृमिक
वैश्विक महामारी बना कोराना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जहां प्रदेश सरकार एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है तो वहीं जरूरतमंदों की समस्याओं का निराकरण कर रही है। लाॅकडाउन के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित किसान और मजदूर हैं। इसी के चलते सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों को एक हजार रुपये प्रतिमाह देने का निर्णय लिया है। सरकार श्रमिकों के खाते में पहली किस्त भेजना शुरु कर दिया है। कानपुर परिक्षेत्र के अपर श्रमायुक्त एसपी शुक्ल ने बताया कि अब तक मण्डल में आठ करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि श्रमिकों के खाते में पहुंचा दी गयी है। साथ ही रोजाना खाते अपडेट कर बचे श्रमिकों के खाते में सहायता राशि पहुंच जाएगी। मंडल में दो लाख से ज्यादा पंजीकृत श्रृमिक हैं।
इतने श्रृमिकों के खाते मे पहुंची रकम
श्रमायुक्त ने बताया कि कानपुर नगर जनपद के 40547 श्रमिकों के खाते में 40547000 रुपये, कानपुर देहात जनपद के 12080 श्रमिकों के खाते में 12080000 रुपये, इटावा जनपद के 7842 श्रमिकों के खाते में 7842000 रुपये, औरैया जनपद के 10632 श्रमिकों के खाते में 10632000 रुपये, कन्नौज जनपद के 8345 श्रमिकों के खाते में 8345000 रुपये और फर्रुखाबाद जनपद के 9659 श्रमिकों के खाते में 9659000 रुपये पहुंचा दिये गये हैं। बताया कि मण्डल के कुल 89105 श्रमिकों के खाते में 89105000 की सहायता राशि पहुंचायी जा चुकी है। बताया कि रोजाना श्रमिकों के खाते में सहायता राशि पहुंचायी जा रही है और जल्द ही सभी पंजीकृत श्रमिकों के खाते में पहली किस्त पहुंच जाएगी।
…तो फिर मिलेगी राहत
वहीं यदि लॉकडाउन बढ़ता है तो प्रदेश सरकार श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपये और डालेगी। सरकार ने लॉकडाउन की स्थिति में लगातार तीन महीने तक श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपये डालने का फैसला किया है। श्रम विभाग के अधिकारियों की मानें तो उन्हें शासन की तरफ से आदेश मिल चुका है। जिसके तहत अगले महीने के लिए श्रमिकों में खाते में एक-एक हजार रुपये डालने की तैयारी करनी अभी से शुरू कर दी है। इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भी बनाकर भेजा गया है।