शासन के निर्देश पर कानपुर देहात में कुपोषित बच्चों का इलाज करने के लिए जनवरी 2016 में संयुक्त जिला अस्पताल के इंसेंटिव कार्डिक केयर यूनिट में पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना की गई थी। ब्लाकों की आरबीएस के टीमों को कुपोषित बच्चों की जांच कर उन्हें एनआरसी भेजने की जिम्मेदारी तय की गई है। साथ ही एनआरसी के जिम्मेदारों को प्रतिमाह 20 बच्चे भर्ती करने का लक्ष्य दिया गया है। कुपोषित बच्चों को 14 दिन तक डाक्टरों की नियमित निगरानी में रखकर उपचार किया जाता है। इसके लिए मौजूदा समय में एक नोडल डाक्टर सहित चार स्टाफ नर्स, काउंसलर, केयरटेकर, कुक व स्वीपर की तैनाती है। इसके बावजूद पोषण पुनर्वास केंद्र खुद की कुपोषण का शिकार होकर रह गया है।
वहीं औचक निरीक्षण करने पहुंचे सीएमओ डा. हीरा सिंह, अपर सीएमओ डा. वीपी सिंह को खामियों का अंबार मिला। उन्होंने गंदगी से भर्ती होने वाले बच्चों में संक्रमण फैलने की आशंका जताकर तत्काल चादरें बदलवाने की हिदायत दी। वार्ड में सिर्फ एक बच्चा भर्ती होने की जानकारी पर सीएमओ ने कुपोषित बच्चों को भर्ती कर नियमित उपचार कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अव्यवस्थाओं को दूर कर उनकी फोटोग्राफ उपलब्ध कराने को कहा। खामियों पर नाराज सीएमओ ने जिला अस्पताल पुरुष के सीएमएस डा. रमेश बाबू व महिला अस्पताल की सीएमएस डा. कुमकुम शर्मा को भी नियमित निरीक्षण कर अव्यवस्थाओं की रिपोर्ट देने की बात कही।