रेलवे सूत्रों के मुताबिक जनवरी से मार्च माह के बीच रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन व मंडल में कॉमर्शियल विभाग अधिकारियों से यात्रियों से विभिन्न सुविधाओं का फीडबैक लेने का आदेश दिया था. इसकी रिपोर्ट भी उनको बोर्ड में पेश करनी थी. सूत्रों के मुताबिक विभिन्न जोन व मंडल से बोर्ड में पहुंची सर्वे रिपोर्ट में ट्रेन में सफर के दौरान यात्री की सबसे बड़ी समस्या कोच व टॉयलेट में गंदगी है. इस रिपोर्ट के बाद ही रेलवे ने ट्रेनों में कोच मित्र को तैनात करने का फैसला लिया है.
रेलवे ने यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बीते दिनों ट्रेनों में ट्रेन कैप्टन को तैनात करने का फैसला लिया था. इसकी शुरुआत राजधानी व शताब्दी ट्रेनों में कर भी दी है. योजना के दूसरे चरण में ट्रेन कैप्टन एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों में भी तैनात किए जाने हैं. ट्रेन कैप्टन के बाद रेलवे ने ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा के लिए मित्र कोच तैनात करने का फैसला लिया है. यह दोनों यात्रियों की विभिन्न समस्याओं का समाधान करेंगे.
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ट्रेनों में सितंबर से कोच मित्र की तैनाती की जाएगी. प्रत्येक ट्रेन में 8 से 9 कोच मित्रों को तैनात किया जाएगा. एक मित्र कोच के अंडर में तीन कोच की जिम्मेदारी होगी. अधिकारियों के मुताबिक ट्रेनों में कोच मित्र की तैनाती होने से ट्रेनों में गंदगी की समस्या से यात्रियों को निजात मिल जाएगी.