दरअसल वाणिज्य कर के अधिकारियों को लखनऊ मुख्यालय से सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया था कि हावड़ा से आ रही कालका मेल में रेडीमेड (Readymade) का बहुत सारा माल है, जिस पर टैक्स नहीं चुकाया गया है। सक्रिय हुई वाणिज्य कर विभाग की मोबाइल टीमों ने स्टेशन पर अचानक छापा मारा। इस बीच रेलवे कर्मचारियों ने एक पार्सल कोच खोला, जिसमें मौजूद 24 नग पार्सलघर पहुंचा दिए। इस पर वाणिज्य कर अधिकारियों ने रेलवे के अधिकारियों को लिखित रूप से दिया कि इन नग को उन्हें सौंप दिया जाए। वाणिज्य कर के संयुक्त आयुक्त डीके वर्मा ने बताया कि रेलवे ने इससे इन्कार कर दिया।
वहीं रेलवे का कहना है कि जब इस माल को लेने वाले आएंगे तो उनकी अनुमति के बिना इसे नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही जो पार्सल कोच अंत में लगा था, उसकी भी सील नहीं खोली गई है। पूरी ट्रेन को जाने दिया गया, लेकिन वह पार्सल कोच अलग कर रोक लिया गया। फिलहाल वाणिज्य कर अधिकारियों की दो टीमें स्टेशन पर बोगी के दोनों तरफ लगा दी गई हैं, जिससे कि उससे माल न निकाला जा सके। अब इस पार्सल कोच को दोनों विभागों के अफसरों की मौजूदगी में खोलने की बात कही है।