दरअसल जनपद कानपुर देहात के गजनेर थाना क्षेत्र के मंगटा गांव में 13 फरवरी को भीमकथा को लेकर दो पक्षों में जमकर विवाद हो गया था। जिसमें एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घरों को भी आग के हवाले कर दिया था। साथ ही इस संघर्ष में एक पक्ष के 35 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिसमें से आधा दर्जन से अधिक लोगों की हालत गंभीर होने के चलते कानपुर रेफर कर दिया गया था। सभी का उपचार अभी अस्पताल में चल ही रहा है। वहीं पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मंगटा गांव को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद 30 नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन घटना के तीन दिन बाद भी राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही है।
विपक्षी पार्टियां इस मामले को भुनाने में लग गई हैं। खासतौर पर कांग्रेस पार्टी जोर शोर से इस मुद्दे पर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने में लगी है। इसी के चलते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने 7 सदस्यीय टीम गठित करते हुए मंगटा गांव भेजा था और पीड़ित दलित परिवारों से उनका हालचाल जाना। वहीं आज कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू स्वयं ही मंगटा गांव पहुंचे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के साथ 7 सदस्यीय टीम कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, राज्य सभा सांसद पीएल पुनिया और पूर्व सांसद राकेश सचान के साथ प्रदेश और कानपुर देहात कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मंगटा गांव पहुंचे और पीड़ित दलित परिवार से घटना के विषय मे विस्तार से जानकारी ली। साथ ही उन्हें पीड़ित दलित परिवारों को न्याय दिलाने का भरोसा भी दिया। उसके बाद कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल जिला अस्पताल पहुंचा। जहां घायल दलितों का हाल चाल जाना। साथ ही स्वास्थ्य अधिकारियों से वार्ता कर पीड़ित घायलों को बेहतर उपचार देने का निर्देश दिया।
साथ ही अजय कुमार लल्लू ने इस घटना को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने घटना को सरकार के इशारे पर होने का आरोप भी लगाया। वहीं उन्होंने घटना में पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए सड़क से सदन तक कांग्रेस लड़ाई लड़कर न्याय दिलाने की बात कही। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह घटना एक सोचकर लोगों ने घटित की है। संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर का अपमान करने वाले लोगों ने दलितों की महिलाओं, बच्चों, पुरुषों पर हमला बोलकर उन्हें घायल किया है। उनके घरों में आग लगा दी है। आज भी दबंग पीड़ित दलित परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं।