इस आकार के कण भी नहीं कर सकेंगे पार सुनील शर्मा ने बताया कि किसी भी कोविड-19 वायरस का आकार औसत 0.06 से 1.4 माइक्रॉन के बीच होता है। इसके अलावा किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया का साइज एक माइक्रॉन तक होता है। सुनील शर्मा के मुताबिक यह मास्क कोरोना वायरस से बचाव के लिए बेहतर है। लिवसेफ प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (LPPL) के अन्तर्गत 4 महीने के रिसर्च के बाद उनके द्वारा इस मास्क का डिजाइन तैयार किया गया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) से अनुमति मिलने के बाद इसका उत्पादन शुरू किया गया है।
विदेश में भी किया जाएगा निर्यात उन्होंने बताया कि ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (Bureau of Indian standard) से पास होने के बाद सभी मानक पूरे होने पर ही यह मास्क बनाया गया, जो कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है। आम आदमी इस मास्क का उपयोग कर सके। इसलिए इसकी कीमत 132 रुपए है, जो लोग बाजार से आसानी से खरीद सकेंगे। इसके लिए रोजाना 50 हजार मास्क तैयार करने की योजना है। जिन्हे बनाकर भारत के अस्पतालों व मेडिकल स्टोर सहित विदेशों में भी निर्यात किया जाएगा। इस हफ्ते यह मास्क बाजार में आ जाएगा। जिसे लोग आसानी खरीदकर उपयोग कर कोरोना से सुरक्षित रह सकेंगे।