कई लोगों का रोजगार भी हांथ से चला गया। जबकि झींझक के पेप्सी के थोक व्यापारी रजोली गुप्ता ने बताया कि कोल्ड ड्रिंक के सीजनल समय पर लॉकडाउन होने से खासा असर पड़ा है। पूरे वर्ष को देखें तो गर्मी के दिनों में 60 प्रतिशत बिक्री होती थी, जो ठप हुई। इससे 20 से 22 करोड़ की चपेट लगी है। दरअसल इस समय शादी विवाह की सहालग भी चलती थी, इससे भी कोल्ड ड्रिंक की सप्लाई बड़ी तादात में होती थी, जो पूरी तरह बंद रही।
उन्होंने बताया कि हालांकि गेहूं कटाई के समय बिक्री जरूर हुई, लेकिन विगत वर्षों की तुलना में नगण्य रही। दरअसल कोरोना को लेकर चिकित्सकों ने भी इसके संक्रमण से बचने के लिए शीतल पेय उपयोग न करने की सलाह दी। सभी शीतल पेय से बचने एवं गर्म पानी पीने की सलाह दी, जिसका खासा असर लोगों में दिखा। हालांकि लॉकडाउन-5 शुरू होने पर अधिकांश प्रतिष्ठानों को खोले जाने की राहत दी गई है, लेकिन कोल्ड ड्रिंक पर इस महामारी का प्रभाव अभी भी दिख रहा है।