कार्यक्रम में डॉ हेमंत मोहन ने कहा की वैक्सीनेशन के बाद सरकारी गाइडलाइंस का पालन ना करने के कारण कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। डॉ. आरती मोहन ने मौके पर मौजूद लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन की प्रथम डोज ले चुके लोगों को अपने आप को पूर्णतया सुरक्षित नहीं समझना चाहिए। वैक्सीनेशन की प्रथम डोज के बाद व्यक्ति के शरीर में एंटीबॉडी डेवलप होने में 6 महीने का समय लग जाता है। अतः पूर्ण सावधानी बरतें और बूस्टर डोज लेना आवश्यक है। व्यापार मंडल के पदाधिकारी टीकमचंद सेठिया राम मिश्रा मुकुंद मिश्रा संत मिश्रा आदि ने दोनों को धन्यवाद देते हुए कहा कि कोरोनावायरस काल में दोनों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और होम्योपैथिक दवाइयों के माध्यम से लोगों का उपचार किया।