ऐसे पुलिस कर्मियों ने विकास और जयकांत को कई बार कानूनी चक्रव्यूह से बचाने का काम किया। आईबी द्वारा इन सभी पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है। साथ ही इनकी सम्पत्तियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही थी। आईबी ने जब पुलिस कर्मियों की जांच शुरू की तो उसमें पांच पुलिस कर्मियों की कलई खुलकर सामने आ गई। इन पुलिस कर्मियों के पास फ्लैट, जमीन और वाहनों के बारे में ऐसी जानकारी मिली है, जो इन्हें मिलने वाले वेतन और सेविंग से कई ज्यादा की है।
इतना ही नहीं इसमें से एक पुलिस कर्मी ऐसा मिला है, जिसका होटल और हॉस्पिटल भी चल रहा है। आईबी ने इसका पूरा ब्योरा जुटा लिया है और उस पर कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जिसे शासन को सौंप दिया जाएगा और वहां से कार्रवाई के लिए निर्णय लिया जाएगा। इस रिपोर्ट को गृह मंत्रालय को भी सौंपा जाएगा। चौबेपुर में दर्ज एफआईआर में जांच पूरी हो चुकी है। पुलिस अगले एक सप्ताह में धोखाधड़ी में दर्ज एफआईआर में चार्जशीट लगा देगी। इसमें आरोपितों के खिलाफ दस्तावेजी साक्ष्य भी पुलिस ने इकट्ठा कर लिए हैं।