क्यूआर कोर्ड वाली मार्कशीट और डिग्री वाली व्यवस्था इसी सत्र से चालू हो गई है। जिसके बाद मार्कशीट में सिक्योरिटी फीचर लागू करने वाला सीएसजेएमयू प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बन गया। विवि ने नए पैटर्न में बीकॉम की मार्कशीट तैयार करवाकर कॉलेजों को भेज दी है। जल्द ही बीए और बीएससी की मार्कशीट भी जारी कर दी जाएगी।
इस मामले में जानकारी देते हुए सीएसजेएमयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनिल यादव ने बताया कि मार्कशीट के फर्जीवाड़े के बढ़ते मामलों को देखते हुए सुरक्षा के कदम उठाए गए हैं। सिक्योरिटी के नए फीचर से काफी हद तक इसमें गड़बड़ी रोकी जा सकेगी। विवि की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बताया कि बार-बार मार्कशीट के फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे थे। जिसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है। आगे और भी सुधार जारी रहेंगे।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनिल यादव ने बताया कि अगर किसी छात्र को मार्कशीट के फर्जी होने का संदेह हो तो क्यूआर कोड स्कैन करते ही पूरी जानकारी सामने होगी। इसके अलावा मार्कशीट की फोटोकापी करवाकर उसका गलत प्रयोग भी कोई नहीं कर सकता। फोटोकॉपी वाले पेज पर अपने आप क्यूआर कोड वाली जगह पर कॉपी लिखकर प्रिंट हो जाएगा।
फर्जीवाड़ा करने वाले लोग आमतौर पर मार्कशीट की कलर फोटोकाफी करवाकर हूबहू उसी तरह की दूसरी मार्कशीट तैयार करवा लेते हैं। आए दिन इस तरह के मामले विवि के सामने आ रहे हैं। अब नए सिक्योरिटी फीचर से इस तरह का फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा। फोटोकाफी करवाते ही उससे विवि का लोगो गायब हो जाएगा।