बैंक खाते को लेकर निश्चिंत न रहें। उसे अपडेट करते रहें। अपने मोबाइल नंबर को खाते से लिंक रखें ताकि खाते से होने वाले हर लेनदेन की जानकारी आपको मिलती रहे। बैंक खाते से जुड़ी कोई भी जानकारी फोन पर न दें, अगर कोई जानकारी मांगे तो बैंक जाकर इसकी सूचना दें। फोन पर दी गई जानकारी का साइबर ठग फायदा उठा सकते हैं।
शहर में अब तक साइबर ठगी से जुड़े ५७५३ मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन किसी भी मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इस मामले में साइबर सेल पूरी तरह फेल साबित हुआ है। हर महीने साइबर सेल में सैकड़ों मामले दर्ज हो रहे हैं पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
साइबर ठगी में बैंक के कर्मचारियों की भी मिलीभगत है। जिसके जरिए साइबर ठगों को बैंक ग्राहकों का डाटा आसानी से मिल जाता है। कुछ पैसों के लालच में बैंक कर्मचारी ग्राहकों के खातों से जुड़ी जानकारी बेंच देते हैं। जिसके बाद साइबर ठग बैंक अधिकारी बन खातेदार से बात कर चूना लगा देते हैं।
साइबर ठग कई तरह से लोगों के बैंक खाते खाली कर रहे हैं। एटीएम कार्ड की क्लोनिंग के अलावा खाते को आधार कार्ड से लिंक करने के बहाने भी धोखाधड़ी की जा रही है। इसके अलावा केवाईसी अपडेट करने और कार्ड के नवीनीकरण के बहाने भी जानकारी जुटाई जा रही है।