मेट्रो रूट की वजह से अब मेडिकल कॉलेज साइट की दुकानों को शिफ्ट करना पड़ेगा। क्योंकि ये दुकानें मेट्रो रूट के बीच आ रही हैं। मेट्रो मेडिकल कॉलेज से होते हुए सड़क पारकर हैलट स्टेशन तक पहुंचेगी। शहर में पहले चरण के लिए मेट्रो ट्रैक की जमीन के लिए मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने सर्वे किया था। इस दौरान कहां कितनी जमीन लेनी है और कौन सी जमीन किस विभाग की है इस पर रिपोर्ट तैयार की गई।
आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो रूट तक ट्रैक और नौ स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। एलएमआरसी के मुख्य परियोजना प्रबंधक अरविंद कुमार ने मेट्रोरूट पर मेडिकल कॉलेज रेलवे ओवरब्रिज आने के कारण ट्रैक का एलाइनमेंट बदलने की जानकारी दी। कहा कि नए एलाइनमेंट में मेट्रो मेडिकल कॉलेज के अंदर से होकर हैलट में बने स्टेशन तक पहुंचेगी।
हैलट में ओपीडी रिसेप्शन ब्लॉक के दूसरे तल पर नेशनल इमरजेंसी लाइफ सेविंग इंस्टीट्यूट का निर्माण प्रस्तावित है। इसमें पैरामेडिकल स्टाफ की ट्रेनिंग दी जानी थी। मेट्रो गुजरने से इसका निर्माण फंस जाएगा। इसके अलावा इमरजेंसी ब्लाक के सामने लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट की सड़क और यहां पर प्रस्तावित कैंटीन का निर्माण लटक सकता है।
राजकीय पॉलीटेक्निक में निर्माणाधीन मेट्रो यार्ड के लिए हॉस्टल समेत अन्य इमारतों की शिफ्टिंग न हो पाने की बात एलएमआरसी अधिकारियों ने बताई है। साथ ही उन हॉस्टलों को भी तोडऩे की अनुमति मांगी गई है जो लंबे समय से खाली पड़े हैं।