बदलें में 3 सौ मस्जिदें
देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण और भगवान शंकर सनातन धर्म के तीन आधार स्तंभ हैं। इन तीनों के विश्व प्रसिद्ध मंदिरों को लेकर विवाद है। मुस्लिम समाज को तीन मंदिरों से हमने दावे को वापस कर लेना चाहिए। यदि वह ऐसा करते हैं तो हम 3 सौ मस्जिदों का निर्माण कराकर उन्हें सौंप देंगे। इससे भारत में संप्रदायिक साहार्द बड़ेगा। देवकी नंदन ने कहा कि विदेशी अक्रांताओं ने हमारे तीनों मंदिरों को तोड़ा और वहां पर मस्जिद का निर्माण करवाया, जो सरासर गलत है।
ऐसा नहीं होगा
देवकी नंदन ने कहा, कानून पर उन्हें भरोसा है लेकिन इससे भी अधिक भरोसा मुझे अपने राम पर है। अदालत राम मंदिर के पक्ष में ही निर्णय सुनाएगी। हिन्दू समाज बड़ा दिल करते हुए बंटवारे के वक्त मुसलमानों को पाकिस्तान दिया था, अब बारी उनकी है। वह बड़ा दिल करें और अयोध्या, मथुरा और काशी से अपना दावा वापस ले लें। राम मंदिर के खिलाफ फैसला आने पर क्या रणनीति होगी, इस सवाल पर कहा कि पहले तो ऐसा होगा नहीं, दूसरा यह फैसला साबित करेगा कि हम विश्व के सामने कैसी मिसाल पेश करने जा रहे हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की या एक बर्बर आक्रांता की।
सरकार से की मांग
देवकी नंदन ने सरकार से मांग की कि बच्चे अभी सिंधु घाटी सभ्यता से इतिहास पढ़ते हैं। देश का इतिहास महज तीन हजार नहीं बल्कि कई हजार साल पुराना है। बच्चों को कम से कम रामायण काल से देश का गौरवशाली इतिहास पढ़ाया जाना चाहिए। देवकी नंदन ने बताया कि आज भी बच्चों को मुगलों का इतिहास की दिक्षा दी जाती है। इसके खिलाफ हम नहीं हैं। पर इसके साथ-साथ सनातन धर्म के बारे में भी भविष्य को जानकारी दी जानी चाहिए।
राजनीति में नही आऊंगा
देवकी नंदन ठाकुर से पूछा गया कि क्या वह राम मंदिर मुद्दे के सहारे राजनीति में आना चाहते हैं तो उन्होंने इसे खारिज करते हुए कहा कि जो जिसका काम है, वही करे। देवकी नंदन ने कहा कि मैं संत हूं और लोगों को धर्म का ज्ञान बांट रहा हूं। देवकी नंदन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रश्न पर कहा कि वह अच्छा कार्य कर रहे हैं। देश विकास के पथ पर चल रहा है। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद अ बवह स्वर्ग बनने के तरफ कदम बढ़ा चुका है।