सीएमओ को लगाया फोन
डीएम ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमओ सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला को फोन लगाया और बदहाल व्यवस्था के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। डीएम ने प्रभारी चिकित्सक को फोन कर बुलाया। करीब एक घंटे की देरी पर वो आई तो डीएम ने उन्हें जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि आप डॉक्टर हैं और लोगों को स्वस्थ्य रखने के लिए साफ-सफाई की बात करती हैं, पर यहां तो हालात इसके विपरीत हैं। डीएम ने सीएम से बात की तो उन्होंने बताया कि अर्बन पीएचसी की जिम्मेदारी एसीएमओ को दी गई है। इसपर डीएम ने सेंटर के नोडल अधिकारी सह एसीएमओ को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया।
अब होगी कड़ी कार्रवाई
बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को देख डीएम का पारा चढ़ गया और उन्होंने लापरवाह डॉक्टर व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश सीएमओ को दिए। डीएम ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही में किसी तरह लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सीएमओयह सुनिश्चित करें कि समस्त स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की उपस्थिति में लापरवाही न हो। ओपीडी के समय तथा ड्यूटी हावर्स में कोई भी समस्त स्टाफ बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थिति न रहे। यदि रहता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। एम्बुलेंस सेवाओं में 102, 108 एम्बुलेंस सेवाएं लोगों को सुचारू रूप से मिलें।
फार्मिसिस्ट के खिलाफ कार्रवाई का आदेश
डीएम ने अर्बन पीएचसी में तैनात फार्मिसिस्ट के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। डीएम ने कहा कि दवा के रख रखाव स्टाक रूम को मेनटेन नहीं किया गया। स्टाक रजिस्टर मेंदवाओं की इंट्री नहीं की गई। कुछ दवाइयां भी कम मिली तथा आईवी की बोतलां को चूहों द्धारा काटी पाई गई। डीएम ने नगरीय स्वास्थ केंद्रों का निरीक्षण करने वाले नोडल अधिकरी व एसीएमओ को प्रतिकूल प्रवेष्टि दिये जाने के निर्देश दिए हैं।
सख्त लहजे में दिया आदेश
डीएम ने सीएमओ के अलावा जिले के सभी स्वास्थ केन्द्र , पीएचसी ,सीएचसी , सरकारी अस्पतालों के प्रशासन को सख्त लहजे में आदेश दिए हैं कि ओपीडी समय से खुले। डॉक्टर-कर्मचारी बिना बताए गायब रहने पर उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करें। साथ ही अस्पतालों में सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। समस्त अस्पताल परिसर में मच्छर मारने वाली दवा का छिड़काव होता रहे। मरीजों को गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले।