एक सप्ताह अहम
डाॅक्टर रमेश झा ने बताया कि कोरोना महामारी अभी दूसरे चरण में है। हमें अधिक सावधान रहने की जरूरत है। बताया, कोरोना वायरस के फैलाव के लिहाज से अगले 7 दिन हमारे-आपके और पूरे समाज-समुदाय के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह सप्ताह सबके लिए बेहद अहम है। क्योंकि इन सात दिनों में हम दिन- दुनिया से दूर रहे तो संभव है कि कोरोना वायरस को हरा पाने में सफल हो जाएं। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम इस महामारी की विभीषिका की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए हमारी कानपुर, प्रदेश व देश के नागरिकों से अपील है कि आप घर की देहरी नहीं लांघे। कोरोना की इस वक्त यही खास मेडिसिन है, जिसके जरिए हम अपने आपको बचा सकते हैं।
घरों पर रहें
डाॅक्टर रमेश झा ने बताया कि वह 75 साल की उम्र पार कर चुके हैं। अपने डाॅक्टर पेशे के 50 साल के कॅरियर में कई महामारी देखी और सैकड़ों का इलाज कर उन्हें ठीक किया। लेकिन कोरोना अलग किस्म का वायरस है जो इंसान से इंसान के बीच फैलता है। फिलहाल इसकी अभी कोई दवा नहीं हैं। लिहाजा स्थानीय स्तर पर फैलाव रोकने और संदिग्धों की चेन को कमतर करने के लिए जरूरी है कि कम से कम घरों से बाहर निकलें। कहीं भी मजमा न लगे। संदिग्ध के संपर्क में आते ही आइसोलेशन के लिए अस्पताल में भर्ती हों। तमाम एहतियात का कड़ाई से पालन करें।
…तो कोरोना नहीं टिक पाएगा
डाॅक्टर झा ने बताया कि कोरोना से पीड़ित मरीज को सूखी खांसी आती है। गले में दर्द और जुकाम की शिकायत होती है। शरीर में दर्द के साथ बुखार आता है। ऐसे लक्षण दिखें तो तत्काल डाॅक्टर के पास जाकर जांच कराएं। समय पर इलाज मिलने पर कोरोना के मरीज ठीक हो जाते हैं। डाॅक्टर झा ने कहा कि बीमारी की भयावहता से दूर रहने के लिए योग, प्राणायाम और आयुर्वेद के उपचार में रहें। कोई कितना भी नजदीकी हो, बाहर से आने वाले लोगों से नियत दूरी बनाकर रखें। सात दिन घर की देहरी नहीं लांघे और इसे लक्ष्मण रेखा मानें। यदि ऐसा कर लिया तो भारत में कोरोना नहीं टिक पाएगा।
स्थानीय प्रसार के रास्ते खोज रहा कोरोना
डाॅक्टर झा के मुताबिक कोरोना वायरस दूसरे चरण में अब स्थानीय प्रसार के रास्ते खोज रहा है। ऐसे में पब्लिक प्लेस, सार्वजनिक जगह, लोगों के जमावड़े वाले खुले इलाकों में इसके तेजी से फैलने की संभावना बलवती है। डाॅक्टर झा कहते हैं कि दूसरे चरण के बाद ही यह खतरनाक वायरस बड़ी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में लेता है। ऐसे में कोरोना वायरस से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि हम जाने-अनजाने लोकल ट्रांसमिशन का जरिया न बनें। डाॅक्टर झा ने बताया कि जमात के लोग एक जगह एकत्र हुए और वह कई शहरों में गए। ऐसे में कोरोना मरीजों के ग्राफ में बढ़ोतरी हो सकती है। हमारी उन लोगों से अपील है कि वह स्वता बाहर आएं और अपना मेडिकल चेकअप करा महामारी के खिलाफ चल रहे युद्ध में अपना सहयोग दें।