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कानपुर

शहर में कोरोना पॉजिटिव की इस तरह हुई मौत कि डॉक्टर भी घबरा गए

कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव हुए मरीजों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी अमेरिका और इटली में होने वाली मौत की तर्ज पर शहर में पहला मामला मिला

कानपुरMay 21, 2020 / 02:06 pm

आलोक पाण्डेय

शहर में कोरोना पॉजिटिव की इस तरह हुई मौत कि डॉक्टर भी घबरा गए

शहर में कोरोना पॉजिटिव की इस तरह हुई मौत कि डॉक्टर भी घबरा गए

कानपुर। शहर में तीन सैकड़ा से ज्यादा संक्रमित केस होने के बावजूद स्वस्थ होने वालों की तेजी से बढऩे पर स्वास्थ्य विभाग के अफसर और डॉक्टर बेहद खुश थे कि अचानक एक बुजुर्ग की मौत ने उनके होश उड़ा दिए हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीज की शहर में यह कोई पहली मौत नहीं है, लेकिन जिस तरह से इस बुजुर्ग की जान गई है उसने डॉक्टरों को डरा दिया है। मिल रहे संकेत से वे डर गए हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि जो वह सोच रहे हैं ऐसा ना हो तो ठीक, वरना बहुत बड़ा संकट आ सकता है।
अमेरिका और इटली की तरह हुई मौत
देश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वस्थ होने की रफ्तार काफी संतोषजनक है। अमेरिका और इटली जैसे देशों में भी संक्रमित मरीज में तेजी से सुधार हो रहा है, लेकिन वहां सबसे बड़ा संकट यह है कि स्वस्थ होने वाले मरीज की अचानक मौत हो रही है। इसी कारण इन देशों में मृतकों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा। कानपुर में एक कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत भी ठीक इटली और अमेरिका के मरीजों की तरह हुई है। यह पता चलने पर डॉक्टरों के होश उड़े हुए हैं।
नहीं थी कोई क्रॉनिक बीमारी
डॉक्टरों के मुताबिक मृतक किसी भी क्रॉनिक बीमारी से पीडि़त नहीं था। उसमें कोरोना के भी लक्षण नहीं उभरे थे, केवल जांच के बाद ही संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इलाज के दौरान वह ठीक भी रहा, लेकिन मौत के पहले चार दिनों में उसका वजन तेजी से गिरने लगा और उलझन की शिकायत भी होने लगी थी। शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण का अपने आप में ऐसा पहला केस सामने आया है।
ठीक होने वालों की होगी निगरानी
बुजुर्ग की मौत के बाद अब स्वास्थ्य विभाग को उन लोगों की ङ्क्षचता सताने लगी है जो संक्रमण के बाद इलाज कराकर ठीक हो चुके हैं। अब विभागीय टीमें ऐसे लोगों की निगरानी करेंगी और उनमें अगर किसी प्रकार के कोई अजीब लक्षण मिलते हैं तो उसके बारे में पता लगाया जाएगा। इतना ही नहीं, अब स्वस्थ होने के बाद भी मरीज को तुरंत कोविड अस्पताल से छुट्टी नहीं दी जाएगी। जब यह पक्का हो जाएगा कि अब उसे किसी प्रकार का खतरा नहीं है तभी उसे डिस्चार्ज किया जाएगा।
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