फर्रुखाबाद के पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा फतेहगढ़ कोतवाली का वार्षिक निरीक्षण करने पहुंचे थे। कोतवाली में दाखिल होते ही वे सीधे मालखाना देखने जा पहुंचे। वहां से स्टाफ को इस औचक निरीक्षण का अंदाजा नहीं था, इसलिए वहंा पर सब ऑल इज वेज नहीं हो पाया। मालखाने में शराब की खाली बोतलें पड़ी थी, जब एसपी ने पूछा कि शराब कहां गई तो तपाक से दीवान जी बोल पड़े कि साहब शराब तो चूहे पी गए, अब खाली बोतलेें बची हैं। यह जवाब सुनकर वहां मौजूद पूरा स्टाफ हंस पड़ा पर एसपी को हंसी नहीं आयी। उन्होंने इस बहानेबाजी पर सीधा सवाल किया कि शराब चूहे पी गए या आप। यह सुनकर दीवान का सिर झुक गया। एसपी ने सीओ से इस मामले की जांच को कहा।
मालखाने का रख रखाव ठीक न होने पर एसपी ने नाराजगी जताई। अधिकांश माल को चूहों द्वारा कुतर दिया गया था। एसपी ने दूसरे मालखाने का ताला खुलवाने के लिए कहा तो पुलिस कर्मी कन्नी काट गए। दीवान राम सिंह ने कहा कि अभी तक चार्ज नहीं मिला था। दीवान से दारोगा बने अनिल कुमार दुबे ने दो वर्ष बीत जाने के बावजूद अभी तक चार्ज नहीं दिया है। पुलिस अधीक्षक ने कोतवाल जसवंत सिंह को निर्देश दिए कि आठ दिन के अंदर मालखाने का चार्ज मिल जाना चाहिए। एसपी ने बताया कि दीवान से स्पष्टीकरण मांगा गया है, उसका कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया है।