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कानपुर

आखिर कब तक चलेगा इस तरह मौतों का सिलसिला, फिर गयी दो की जान

रास्ते में बैठा साड़ बचाने के चक्कर में चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए। इससे वाहन अनियंत्रित होकर एक मकान में जा घुसा। इससे दो लोगों की मौत हो गयी।

कानपुरJul 11, 2019 / 11:37 pm

Arvind Kumar Verma

cattle

आखिर कब तक चलेगा इस तरह मौतों का सिलसिला, फिर गयी दो की जान

कानपुर देहात-खुलेआम सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशी ने फिर एक जिंदगी निगल ली। दरअसल कानपुर देहात के रसूलाबाद के सिसाही निवासी सहायक कृषि निदेशक सहित दो लोग मिनी ट्रक से सामान लादकर बरेली जा रहे थे, तभी हरदोई के पास रास्ते में बैठा साड़ बचाने के चक्कर में चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए। इससे वाहन अनियंत्रित होकर एक मकान में जा घुसा। इससे दो लोगों की मौत हो गयी। वहीं हादसे में मकान में सो रही दो महिलाएं व किशोरी भी घायल हो गईं।
कानपुर देहात जिला के थाना रसूलाबाद क्षेत्र के गाव सिसाही निवासी रामकेश सिंह लखनऊ में आलमबाग स्थित उर्वरक एवं कीटनाशक प्रयोगशाला में कार्यरत थे। एक जुलाई का उनका तबादला बरेली के बिलवा फार्म पर सहायक कृषि निदेशक के पद पर हुआ था। इस पर चार्ज लेकर वह घरेलू सामान लेने लखनऊ गए थे। बीती देर शाम लखनऊ के दुबग्गा स्थित आम्रपाली कॉलोनी से मिनी ट्रक में सामान लादकर निकले थे। वाहन पीलीभीत के बीसलपुर में गाव कितनापुर निवासी अनिल कुमार चला रहा था, जबकि मजदूर करुणेश साथ में बैठा था।
इस दौरान हरदोई रोड पर गांव ग्वारी के पास साड़ बैठा हुआ था। चालक ने उसे बचाने की कोशिश की तो मिनी ट्रक अनियंत्रित होकर सामने राम उजागर के मकान की दीवार तोड़ते हुए अंदर जा घुसा, जिससे अंदर सो रहीं राम उजागर की पत्‍‌नी रामबेटी, चौदह वर्षीय बेटी कल्पना और पुत्रवधु सुमन घायल हो गईं। मौके पर पहुंची पुलिस ने मलबे और मिनी ट्रक में फंसे घायलों को बाहर निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया। वहा डॉक्टरों ने चालक अनिल को मृत घोषित कर दिया। एक घटे बाद रामकेश सिंह ने भी दम तोड़ दिया। दोपहर को शव पोस्टमार्टम के बाद गांव भेज दिया गया।

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