दरअसल मामला कानपुर देहात का है। बताते चलें कि कोढ़वा गांव में ओडीएफ सत्यापन के लिए 22 दिसंबर को खंड प्रेरक अश्वनी, मंडलीय सदस्य निशांत व कोढ़वा के स्वेच्छा ग्राही की टीम पहुंची थी। इस दौरान तीनों सदस्यों को गांव के एक दंबग ने रोक लिया था। आरोप है कि दबंग युवक ने पिस्टल दिखाकर डराया। जब उसने विरोध किया तो फिर खंड प्रेरक को बुरी तरह से पीट दिया गया। बाद में लोगों ने पूरी टीम को शाम तक जबरन बिठाए रखा था। हालांकि इस बीच आगे आने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सका। इसके बाद बुधवार को इसी मुद्दे को लेकर खंड प्रेरक सत्येंद्र सिंह, पुष्पेंद्र, अश्वनी त्रिवेदी, अरुण कुमार, शैलेंद्र राठौर, आशीष कुमार, विकल अवस्थी, पवन कुमार, नीरज कुमार, अरुण कुमार, अश्वनी आदि लोगों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्ट्रेट में एकत्रित हो गए और कार्रवाई को लेकर मांग करने लगे।
पूंछे जाने पर खंड प्रेरकों ने बताया कि पूरे प्रकरण से एसडीएम भोगनीपुर, डीपीआरओ व सीडीओ को अवगत कराया गया है, लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं हुई है। इसके बाद प्रेरकों ने नारेबाजी कर आरोपित पर कार्रवाई की मांग करते हुए सुरक्षा मांगी। लेकिन कोई कार्रवाई न होने के बाद में खंड प्रेरकों ने हस्ताक्षर करके ज्ञापन जिलाधिकारी के कार्यालय में सौंपा है। खंड प्रेरकों का गुस्सा चरम पर है, फिलहाल कार्यवाही की मांग की है।