साउथ से नार्थ सिटी को जोडऩे वाली प्रमुख रोड टाटमिल-बाईपास चौराहा की वाइडनिंग की जानी है. वाइडनिंग के लिए रोड के दोनों ओर लगे इलेक्ट्रिसिटी पोल, लाइन व ट्रांसफॉर्मर भी शिफ्ट किए जाने हैं. इसके लिए केस्को ने पहले 3.85 करोड़ का एस्टीमेट पीडब्ल्यूडी को सौंपा था. पर पीडब्ल्यूडी ने बजट क्राइसिस बताते हुए केवल 1.50 करोड़ रुपए ही केस्को को जारी किए. इसकी वजह से केस्को ने केवल टाटमिल से किदवई नगर 40 दुकान तक पोल व लाइन शिफ्ट किया.
पीडब्ल्यूडी के बाकी बजट न मुहैया कराने की वजह से केस्को ने बाईपास चौराहा तक पोल व लाइन नहीं शिफ्ट की. जिससे पीडब्ल्यूडी भी रोड वाइडनिंग का काम शुरू नहीं कर सका था. पीडब्ल्यूडी केवल टाटमिल से किदवई नगर के बीच काम कर रहा था. इससे लोगों को लगने लगा कि टाटमिल से बाईपास चौराहा तक पूरी रोड की वाइडनिंग नहीं हो सकेगी.
केस्को के टाटमिल से बाईपास तक इलेक्ट्रिसिटी पोल व लाइन शिफ्ट न करने से पीडब्ल्यूडी ऑफिसर्स में अफरातफरी मच गई. मामला शासन तक पहुंचा. शासन के 5 करोड़ रुपए की और ग्र्रांट जारी करने पर पीडब्ल्यूडी ने 2.12 करोड़ रुपए केस्को को सौंप दिए हैं. यह धनराशि मिलने पर केस्को ने 40 दुकान किदवई नगर से बाईपास तक पोल व इलेक्ट्रिसिटी लाइन शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए टेंडर भी कर दिए हैं.
पीडब्ल्यूडी के एई मिथिलेश वर्मा ने बताया कि केस्को ने 3.85 करोड़ का एस्टीमेट दिया था, लेकिन शासन से 2.98 करोड़ रुपए ही मिले. इसमें 1.50 करोड़ केस्को को दे दिए गए. शासन के 5 करोड़ की दूसरी किश्त देने पर शेष काम के लिए केस्को 2.12 करोड़ दे दिए गए हैं. बरसात की वजह से पहले ड्रेनेज, वाइडनिंग के हिस्से, इंटरलाकिंग टाइल्स का काम किया जाएगा. मानसून सीजन के बाद रोड बनाई जाएगी.