संक्रमितों का आंकड़ा स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के पास ही रिकार्ड के रूप में सुरक्षित रहेगा। इससे यह देखा जाएगा कि किस क्षेत्र में सर्वाधिक संक्रमित मिले हुए हैं। उसे क्षेत्र को रेड जोन घोषित करके घर-घर कोविड नियमों का पालन कराया जाएगा ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोकथाम की जा सके। बताया गया कि सर्वाधिक कोरोना प्रभावित जिलों में स्वास्थ्य निदेशालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) मिलकर गूगल मैपिंग कराएंगे। जिले में इसका ट्रायल शुरू हो गया है। जिले में जल्द ही गूगल मैपिंग करने की शुरुआत होगी। अब कोरोना के केस रिपोर्ट होने पर रैपिड रिस्पांस (RRT) टीम क्षेत्र में जाकर कांटेक्ट ट्रेसिंग करेगी। संक्रमित की डिटेल लेकर गूगल के मैप (Map) पर दर्शाने के लिए भेजा जाएगा।
सीएमओ कानपुर डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जिले में गूगल मैपिंग शुरू की जा रही है। इसके जरिए प्रत्येक कोरोना संक्रमित की गूगल मैपिंग कराई जाएगी। जिस क्षेत्र में केस दोबारा मिलेंगे या सर्वाधिक होंगे, उसे रेड जोन घोषित किया जाएगा। वहां घर-घर कांटेक्ट ट्रेसिंग एवं सर्विलासं कराएंगे। सभी की कोरोना जांच कराई जाएगी, अगर कोई संक्रमित मिलेगा तो उसे इलाज मुहैया कराया जाएगा।