एचएएल ने विशेष शीट से तैयार इस आवरण को एरोसॉल बॉक्स नाम दिया है। एचएएल कानपुर ने हाल ही में राजस्थान सरकार को 15 एरोसॉल बॉक्स दिए हैं। जिससे इलाज करने वाले डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को कोई डर नहीं है। एचएएल कानपुर के टीएडी (ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट डिवीजन) ने विमान बनाने वाली आरकेलिक शीट से एरोसॉल बॉक्स बनाए हैं।
संक्रमण रोकने में कारगर साबित होने के बाद इन बॉक्स का उत्पादन बड़े पैमाने पर शुरू हो गया है। पहले चरण में 300 बॉक्स तैयार हो रहे हैं। इसका उत्पादन एचएएल अपने सीएसआर फंड से कर रहा है और सप्लाई के एवज में कोई पैसा नहीं ले रहा है।
एचएएल का यह एरोसॉल बॉक्स पारदर्शी है। इसे इस तरह डिजायन किया गया है कि उसे बिस्तर पर लेटे संक्रमित मरीज के ऊपर रखा जा सके। जो संक्रमित मरीज और डाक्टर के बीच इंसुलेटर का काम करेगा। बॉक्स में बने तीन ***** के जरिए मरीज को दवा सहित अन्य परीक्षण किए जा सकते हैं।
विमान बनाने वाली आरकेलिक शीट से बना यह बाक्स कोरोना वायरस को बाहर नहीं आने देगा। इससे इलाज करने वाले मेडिकल स्टाफ के संक्रमित होने का खतरा बेहद कम हो जाता है। एचएएल के महाप्रबंधक अपूर्व राय ने ये बॉक्स कई राज्य सरकारों और बड़े अस्पतालों से फीडबैक लेने के बाद तैयार करवाया है।