ये एजेंट गरीब और लाचार महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे और उन्हें तीस तीस हजार रुपए में बेचते थे। जिन्हें विदेश भेजने का कार्य किया जाता था। इनके मोबाइल से टीम को छह से अधिक संदिग्ध नंबर मिले हैं। जिन्हें सर्विलांस में लेने के साथ ही उनकी सीडीआर रिपोर्ट भी निकलवाई जा रही है। क्राइम ब्रांच ने तह तक जाने के लिए दिल्ली और मुंबई पुलिस से भी ये नंबर साझा किए हैं। हालांकि कोरोना के केस कम होने पर एक टीम मुंबई और दिल्ली जाएगी।
वहीं बताया गया है कि ओमान में तस्करों के चंगुल से मुक्त हुईं दो महिलाएं आज दोपहर तक चेन्नई पहुंचेंगी। जिसमें एक पीड़िता कानपुर व दूसरी उन्नाव की है। हवाई यात्रा के जरिए उन्हें चेन्नई से लखनऊ लाया जाएगा। फिर सड़क मार्ग से कानपुर पहुंचेंगी। यहां मजिस्ट्रेट के सामने उनके बयान दर्ज होंगे। बयान के आधार पर एफआईआर में धाराओं की बढ़ोतरी होगी। क्राइम ब्रांच महिलाओं से पूछताछ करेगी। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने एनजीओ के माध्यम से लखनऊ आने तक की एयर टिकट की व्यवस्था की है।