दो साल पहले हुई थी शादी
बिल्हौर थाना क्षेत्र के चंद्र शेखर आजाद नगर निवासी इरशाद अली की बेटी करिश्मा की शादी वैष्णव नगर के आरिफ के साथ दो वर्ष पहले हुई थी। शादी के बाद कुछ दिनों के बाद पति के साथ ससुरालजन दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। आएदिन पति मायके से पैसे लाने को कहता। पिता ने खेत बेंचकर पति को 50 हजार रूपए दिए, बावजूद वह आएदिन पीटता। देररात पति और ससुरालवालों ने भिक्षा मांगने के लिए जाने को कहा। लाकडाउन होने के बजह से मैने इंकार कर दिया तो उन्होंने पीटकर घर से बाहर निकाल दिया।
थानेदार ने नहीं दर्ज की रिपोर्ट
पीड़िता किसी तरह से अपने मायके गई और शुक्रवार को मां के साथ बिल्हौर थाने पहुंची। करीब दो घंटे तक उसे थाने पर बैठाए रखा गया। पीड़िता का आरोप है कि थानेदार को हमने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने को कहा, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। जब हमनें विरोध किया तो उल्टा जेल भेजने की धमकी देते थाना परिसर से बाहर करवा दिया। पीड़िता ने पति समेत ससुरालजनों पर कार्रवाई के लिए जिले के अलाधिकारयों से मांग की है।
मंगवाते थे भिक्षा
पीड़िता का आरोप है कि ससुरालवाले उससे भिक्षा मंगवाते थे। जो पैसा व अनाज मिलता उसे रख लेते। दिन में सिर्फ शाम के वक्त नकम के साथ दो रोटी देते। पेट में नौ माह का बच्चा लेकर मैं हरदिन गलियों में जाकर भिक्षा मांगती। करिश्मा की मां ने बताया कि बेटी के साथ ससुरालवालों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी। इंसाफ के लिए पुलिस का दरवाजा खटखटाया पर वहां से मायूषी मिली। जल्द ही एसएसपी से मिलकर पूरे मामले की शिकायत कर न्याय की गुहार लगाएंगे।