आईआईटी कानपुर की उपलब्धियां असीमित हैं। चाहे इंजीनियरिंग का क्षेत्र हो या रक्षा का। आईआईटी के वैज्ञानिकों ने लोगों के लिए ऐसी-ऐसी उपयोगी चीजें तैयार की हैं, जिसने बड़ी राहत दी। सेना के लिए भी ड्रोन से लेकर सुरक्षा कवच से जुड़े उत्पाद भी तैयार किए गए हैं। अब आईआईटी मेडिकल क्षेत्र में भी नई-नई उपलब्धियां हासिल कर रही हैं। इसी सिलसिले में आईआईटी ने दो नए उत्पाद पेश किए। इनमें एक है रोबोटिक आर्म और दूसरा है खून की जांच करने वाला सेंसर।
रोबोटिक आर्म लकवापीडि़त मरीज के लिए वरदान साबित होगी। दरअसल लकवा का अटैक पडऩे के बाद मरीज का शरीर इलाज के बावजूद पूरी तरह सही नहीं हो पाता है। आधा शरीर सही तरह से काम नहीं करता है, जिससे जीवन नर्क समान हो जाता है। आईआईटी की इस रोबोटिक आर्म की मदद से अस्पताल में भर्ती मरीज को इलाज के दौरान ही फिजियोथेरेपी दी जा सकेगी। इससे उसका शरीर पूरी तरह खराब होने से बच सकता है।
दूसरी तरफ आईआईटी ने एक ऐसा सेंसर भी तैयार किया है जिसकी मदद से ब्लड के एक सैंपल से ग्लूकोज, कॉलेस्ट्रॉल और क्रिएटिनाइन का लेवल चेक किया जा सकता है। आईआईटी निदेशक अभय कारिंदकर के अनुसार संस्थान ने एक इलेक्ट्रोकेमिकल सेंसर बनाया है जो डायबिटीज, ह्रदय और किडनी के रोगियों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। अभी तक जो सेंसर हैं वह अकेला ग्लूकोज तत्काल बता सकते हैं। पर यह सेंसर एक छोटी सी रक्त की बूंद से शरीर में कोलेस्ट्रॉल और बढ़ते क्रिएटिनाइन को भी बता देगा।